पटना कॉलेज के दो विभागों में लगी आग, फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने बुझाया, लाखों का हुआ नुकसान
आग की लपटें करीब 22 फीट ऊंची सिलिंग में लगे लकड़ी के गार्टर तक पहुंच गयी थी. कमरा बंद होने की वजह से शुरूआत में दमकल कर्मियों को घुटन की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने कमरे में लगे ताले को तोड़ कर पानी के तेज प्रेशर देकर आग पर काबू पाया.
पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज में मंगलवार को अहले सुबह मैथेमेटिक्स व बीसीए विभाग में भीषण आग लग गयी. आग लगने की वजह से बीसीए विभाग के 24 कंप्यूटर सिस्टम, प्रोजेक्टर, पंखें व टेबल-कुर्सियां समेत अन्य चीजें जल कर राख हो गयी. कॉलेज में आग लगने की वजह से करीब 25 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है. आग लगने की वजह कॉलेज प्रशासन की ओर से शॉर्ट सर्किट बताय जा रहा है. हालांकि कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर तरुण कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर जांच कराने का आग्रह किया है.
फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने बुझायी आग
कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि साढ़े छह बजे उन्हें आग लगने की जानकारी विश्वविद्यालय के प्रोक्टर रजनीश कुमार ने दी. मौके पर आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों व एनडीआरआए और स्थानीय पुलिस कर्मियों की मदद से करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया गया. मौके पर मौजूद छात्रावास के विद्यार्थियों ने बताया की सुबह छह बजे धूंआ उठता देख उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रोक्टर को इस बात की जानकारी दी जिसके बाद सुबह बजे दमकल की गाड़ियां व कर्मियों ने आग बुझाना शुरू किया.
धुंए की वजह से घुटन के कारण दमकल कर्मियों को आग बुझाने में हुई परेशानी
आग की भयाव्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आग की लपटें करीब 22 फीट ऊंची सिलिंग में लगे लकड़ी के गार्टर तक पहुंच गयी थी. कमरा बंद होने की वजह से शुरूआत में दमकल कर्मियों को घुटन की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने कमरे में लगे ताले को तोड़ कर पानी के तेज प्रेशर देकर आग पर काबू पाया. आग लगने की वजह से एकेडमिक ब्लॉक में बने ऑफिस के पर्दे, गेट, खिड़कियां, सिलिंग में लगे लकड़ी के गार्टर, पंखे व अन्य चीजें जल कर राख हो गयी.
सुबह दौड़ने की प्रैक्टिस करने के दौरान विद्यार्थियों को दिखा धुआं
पटना कॉलेज कैंपस के छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियोंं ने बताया कि सुबह छह बजे दौड़ने के लिए वे अपने ग्रुप के साथ ग्राउंड में आते हैं. इसी दौरान विद्यार्थियों को एकेडमिक ब्लॉक से धुएं का गुबार उठता हुआ दिखा जिसके बाद उन्होंंने विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर और कॉलेज के प्राचार्यों को इस बात की जानकारी दी. मौके पर मौजूद विद्यार्थियोंं ने बताया कि कॉलेज के किसी भी विभाग में फायर एक्टिंग्यूशर नहीं है. एकेडमिक ब्लॉक में भी आग की घटना से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है.
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आग कि वजह से इन चीजों का हुआ नुकसान
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सामान- संख्या
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कंप्यूटर सिस्टम- 24
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डेस्कटॉप डेबल- 24
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प्लास्टिक चेयर- 30
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कुशन चेयर- 6
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स्मार्ट प्रोजेक्टर- 2
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स्मार्ट बोर्ड- 2
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ऑफिस टेबल- 2
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प्रिंटर- 2
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सिलिंग फैन- 8
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वॉल फैन- 12
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(इसके अलावा कागजात, स्टेशनरी आइटम और किताबें भी जली)