बांका में तेज आंधी के बीच अगलगी, चिंगारी से लगी आग से 17 घर जलकर राख
भीषण गर्मी के बाद रविवार की रात आयी आंधी के कारण एक ओर जहां लोगों को उमस से राहत मिली, वहीं हवा में चिंगारी के उड़ने से हुई अगलगी में कई घर जलकर राख हो गये. घटना जिले के रजौन प्रखंड के संझा-श्यामपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 11 चकजवाय गांव के मंडल टोले की है.
बांका. भीषण गर्मी के बाद रविवार की रात आयी आंधी के कारण एक ओर जहां लोगों को उमस से राहत मिली, वहीं हवा में चिंगारी के उड़ने से हुई अगलगी में कई घर जलकर राख हो गये. घटना जिले के रजौन प्रखंड के संझा-श्यामपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 11 चकजवाय गांव के मंडल टोले की है. रविवार की मध्य रात्रि आग लगने से यहां करीब 17 घर जलकर राख हो गये. इस अगलगी की घटना का मुख्य कारण खाना बनाने के बाद चूल्हे में आग छोड़ देना बताया जा रहा है.
तीन अग्निशामक यंत्र गांव पहुंचे
अगलगी की सूचना तत्काल रजौन बीडीओ राजकुमार पंडित, सीओ मोहम्मद मोइनुद्दीन एवं अग्निशामक यंत्र विभाग को दी गयी. इसके बाद मौके पर बांका, बाराहाट एवं निकट पड़ोसी भागलपुर जिले के जगदीशपुर से आयी तीन अग्निशामक यंत्र के माध्यम से आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास किया गया. पीड़ित परिजनों ने बताया कि दमकल के आने में कुछ विलंब होने की वजह से 17 घर जलकर राख हो चुके थे. आग लगने से 17 घर के करीब सौ बड़े, छोटे, बड़े-बुजुर्ग लोग प्रभावित हुए हैं, जिसे खाने-पीने सहित अन्य खाद्य सामग्री से लेकर पेयजल, रहने का आशियाना आदि की अस्थाई व्यवस्था कराई जा रही है.
राहत का कार्य जारी
इधर, सोमवार की सुबह बीडीओ राजकुमार पंडित, सीओ मोहम्मद मोइनुद्दीन, अंचल राजस्व पदाधिकारी प्रशांत कुमार झा, हल्का राजस्व पदाधिकारी गुड्डू कुमार राम, उत्तरी जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया जदयू प्रखंड अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह जायजा लेने गांव पहुंचे. सीओ मोहम्मद मोइनुद्दीन ने बताया है कि आग लगने से गांव के 17 घर जलकर बुरी तरह से नष्ट हो गये. पीड़ितों के बीच तत्काल राहत सामग्री के रूप में प्लास्टिक, सूखा राहत सामग्री, सामुदायिक किचन की व्यवस्था, मेडिकल टीम का कैंप, पीएचईडी विभाग द्वारा टैंकर से पानी की सप्लाई आदि की व्यवस्था युद्ध स्तर पर करायी गयी है.