मुजफ्फरपुर. अहियापुर थाना क्षेत्र के बड़ाजगन्नाथ पंचायत के सदुल्लापुर गांव स्थित वार्ड नंबर 12 में शुकव्रार की दोपहर भीषण आग लग गयी. इस घटना में नौ घर जल कर पूरी तरह से खाक हो गये. इसमें 20 लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है. घटना के बाद दो घंटे से अधिक समय तक अफरा-तफरी की स्थिति रही. इस दौरान एक के बाद एक छह सिलिंडर विस्फोट से आसपास के 500 मीटर की दूरी में स्थित घर के लोगों में दहशत की स्थिति थी.
सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने सात दमकल गाड़ियों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इधर, सिर से छत छिन जाने के बाद पीड़ित परिवारों में चीख-पुकार मची थी. अगलगी की इस घटना में मो. अली हुसैन, मो. मुस्तक, मो. हबीब, मो. लालबाबू, नूर मोहम्मद, मो. मुमताज, मो. अशरफ, मो. शाहिद और मो. गुलाम रसूल के घर जल कर पूरी तरह खाक हो गये.
पीड़िता नजमा खातून ने बताया कि वह परचून का दुकान चलाती है. उसके पति मो. अली हुसैन पंक्चर की दुकान चलाते हैं. शुक्रवार की दोपहर वह दुकान बंद कर दोपहर दो बजे घर पहुंची थी. कुछ ही देर बाद घर के पीछे से आग की लपटें उठने लगीं. वह आनन-फानन में अपने घर से गैस सिलिंडर निकालने लगी. इस बीच उसका पाइप निकल गया और सिलिंडर में आग लग गयी. इसके बाद एक- एक कर नौ घर आग की चपेट में आ गये. सभी परिवारों के सदस्य भागकर बांध पर चले गये.
इस बीच उसके घर में रखा दो छोटा व एक बड़ा सिलिंडर फट गया. कुछ देर में आसपास के घरों में रखे तीन और सिलिंडर फट गये. इससे लोग दहशत में आ गये. फायर ब्रिगेड के कर्मियों की मानें, तो आग लगने का कारण नहीं पता चला है. उनका कहना है कि इस घटना में दो ही सिलिंडर फटे हैं. इसमें एक बड़ा सिलिंडर इंडेन का है और दूसरा छोटा सिलिंडर है.
फायर ब्रिगेड टीम घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद चंदवारा से निकल गयी. लेकिन, जेल चौक से आगे जैसे ही बांध पर चढ़ी, सड़क खराब होने के कारण करीब 200 मीटर की दूरी तय करने में फायर ब्रिगेड की टीम को 30 मिनट का समय लग गया. एक के बाद एक कर सात फायर ब्रिगेड की दमकल गाड़ियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया.
एक के बाद एक सिलिंडर फटने की आवाज से आसपास के लोग दहशत में आ गये. आग लगने से घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित घरों से निकालने में मदद करने वाले अफताब आलम ने बताया कि वह घटनास्थल से 200 मीटर दूर मस्जिद में काम कर रहा था. इसी बीच एक आग की लपटें दिखाई दीं. वह शोर मचाते हुए दौड़ा. इस बीच फटे सिलिंडर का टुकड़ा उसके पास आकर गिरा. इसमें वह बाल- बाल बच गया.
जिस समय अगलगी की घटना हुई, उस वक्त अधिकांश परिवार के सदस्य जुम्मे की नमाज पढ़ने करीब 200 मीटर दूर मस्जिद में गये थे. अगर ये लोग घर में रहते, तो कई लोगों की जान जा सकती थी. आग की तेज लपटें देख जब तक वे भागते-भागते पहुंचे, पूरा आशियाना जल चुका था.