बिहार में बालू पर वर्चस्व को लेकर फिर एकबार बालू माफियाओं ने आतंक मचाया और सैंकड़ों राउंड फायरिंग की. एनजीटी की रोक के बावजूद सोन नदी से बालू लूटने वाले माफिया रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. सोन नदी से प्रतिदिन सैकड़ों नावों से बालू काट कर गंगा, गंडक और सरयू के रास्ते ढुलाई बदस्तूर जारी है. इसी कड़ी में अवैध खनन को लेकर आपसी वर्चस्व में अक्सर बंदूकें गरजती रहती हैं. शनिवार और रविवार की रात में भी कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा, बिहटा के अमनाबाद ,पथलौटिया और मनेर के सुवरमरवा इलाके की सीमा क्षेत्र में बंदूकें गरजती रहीं.
आपसी वर्चस्व को लेकर बालू माफियाओं ने सैकड़ों राउंड फायरिंग की. घटना स्थल से पटना और भोजपुर जिले की पुलिस ने 90 खोखा बरामद किया, जिसमें से 50 खोखा बिहटा पुलिस तथा 40 खोखा भोजपुर पुलिस ने जब्त की. वहीं, आपसी वर्चस्व को लेकर बालू लुटेरों ने आठ पोकलेन मशीन को भी जला दिया. रविवार को गोलीबारी की सूचना पर कोईलवर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में सोन नदी के बीचोबीच स्थित सुरौंधा टोक पहुंची पुलिस टीम ने जब स्थिति का जायजा ली तो वह भोजपुर के सीमा क्षेत्र से बाहर का मामला दिखा. इसके बाद पटना पुलिस के बिहटा थाना को मामले से अवगत कराया. हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि अवैध बालू उत्खनन को लेकर अक्सर आपसी वर्चस्व में बंदूकें गरजती हैं.
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि रविवार शाम फायरिंग की सूचना पर पुलिस सुरौंधा टोक पहुंची थी, लेकिन सीमा क्षेत्र में ऐसी कोई घटना की पुष्टि नहीं हुई. पटना जिले में फायरिंग की सूचना मिली, तो पटना और भोजपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से मिलकर इलाके में मोर्चा संभाला. इस दौरान अपराधी मौके से गायब पाये गये. हालांकि घटनास्थल से गोली के खोखे बरामद हुए हैं.
सूत्रों की मानें तो 90 खोखा बरामद किये गये, जिसमें 40 खोखा भोजपुर पुलिस तथा 50 खोखा पटना पुलिस ने जब्त किया है. इस घटना के बाद बिहटा और कोईलवर में भी मामला दर्ज किया जायेगा. हालांकि अभी तक प्राथमिकी दर्ज की सूचना नहीं है.
आपसी वर्चस्व को लेकर सैकड़ों राउंड फायरिंग के बाद भोजपुर और पटना की पुलिस सकते में आ गयी. इसके बाद दोनों जिलाें की पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया. माफियाओं द्वारा आठ पोकलेन मशीनों को जला दिया गया है. इस घटना के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है.