Bihar Crime News: बिहार में बालू माफिया बेखौफ हो चुके हैं. बालू के वर्चस्व को लेकर पटना जिला अंतर्गत बिहटा के अमनाबाद व सुरौंधा घाट पर दो गुटों के बीच ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई. बालू के अवैध खनन को लेकर सैंकड़ो राउंड गोलियां चली. दोनों ओर से हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में चार लोगों की मौत की जानकारी सामने आयी है. हालाकि कई अन्य लोगों के मरने की भी बात कही जा रही है जिनके शवों को खोजने में पुलिस लगी है.
सोन नदी के सुनहरे रेत का काला कारोबार करोड़ों रुपये का है और इसपर वर्चस्व को लेकर पहले भी कई लाशें गिर चुकी है. बालू माफियाओं कें अंदर से पुलिस का भय समाप्त हो चुका है. इस धंधे पर कब्जे के लिए दो गिरोह अधिक सक्रिय है. खासकर फौजिया गिरोह और सिपाही गिरोह के बीच अक्सर टकराव होता रहा है और इसी तरह अंधाधुन फायरिंग की जाती रही है. बुधवार रात को भी गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका कांपता रहा.
गुरुवार सुबह जब दो गुटों के बीच फायरिंग की बात सामने आयी तो पुलिस सक्रिय हुई. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो अभी एक ही मौत की बात कह रहे हैं. घटनास्थल से 50 राउंड कारतूस का खोखा, कपडे़ व अन्य सामान मिलने की बात बता रहे हैं. लेकिन ग्रामीणों की मानें तो हजारों राउंड गोलियां चली है और मनेर के तीन व भोजपुर के एक व्यक्ति की मौत हुई है. बुधवार देर रात से गुरुवार सुबह तक फायरिंग चली है.
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लोग बताते हैं कि पुलिस के भय से लाश लेकर लोग भागे हैं. पुलिस पहुंची तो जगह-जगह गोलियों के खोखे बरामद किये. भले ही घटनास्थल से शव बरामद नहीं किया गया हो लेकिन घटनास्थल पर खून के पड़े निशान को देखकर यह लग रहा है कि कुछ लोग गोली लगने से घायल भी हुए थे. उनकी मौत हुई या वो जख्मी होकर कहीं हैं, ये पता नहीं चल सकेगा. भय से सामने कोई नहीं आया लेकिन पुलिस खोज में जुटी है.
दियारा इलाके में हुए गैंगवार में एके-47 व अन्य आधुनिक हथियारों के उपयोग की भी बात सामने आ रही है. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने मौके पर से जो खोखे बरामद किये हैं उनके कई AK-47 में भी इस्तेमाल होने वाले हैं. खोखों को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों ओर से करीब 50-50 की संख्या में अपराधी रहे होंगे और दर्जनों अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग की गयी होगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan