पटना के बाबा चौक के पास आपसी वर्चस्व को लेकर चली ताबड़तोड़ गोलियां, विधि-व्यवस्था पर उठ रहे गंभीर सवाल
पटना में बाबा चाैक के पास युवकों के दो गुटों के बीच आपसी वर्चस्व को लेकर बुधवार की रात फायरिंग हुई. हालांकि, इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. बताया जाता है कि एक गुट बाबा चाैक का था और दूसरा रवि चाैक का था.
पटना: पाटलिपुत्र थाने के बाबा चाैक के पास युवकों के दो गुटों के बीच आपसी वर्चस्व को लेकर बुधवार की रात फायरिंग हुई. हालांकि, इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. बताया जाता है कि एक गुट बाबा चाैक का था और दूसरा रवि चाैक का था.
आठ राउंड फायरिंग की जानकारी
स्थानीय लाेगाें के अनुसार दोनों गुटों की ओर से आठ राउंड फायरिंग हुई. इसकी जानकारी मिलने पर पाटलिपुत्र और शास्त्रीनगर थानों की पुलिस पहुंची. लेकिन सभी वहां से फरार हो चुके थे. पुलिस उन युवकों की पहचान में जुटी है.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
सूत्रों का कहना है कि आपसी वर्चस्व को लेकर दो-तीन दिन से दोनों गुटों के बीच तानातानी चल रही थी. इसी बीच दोनों गुट आमने-सामने आ गये और सोनू गुट ने फायरिंग की. सोनू अपराधी प्रवृत्ति का है और हाल में ही जेल से छुटा है. शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस के अनुसार, दो-तीन राउंड फायरिंग हुई है. आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
डीजीपी आरएस भट्टी ने आपराधियों पर सख्त कार्रवाई के दिए थे निर्देश
बता दें कि हाल ही में बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने राज्य के तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी. बैठक में भट्टी ने साफ कहा कि अपराधियों को दौड़ाना होगा. उन्हें चैन से नहीं बैठने देना होगा. अगर वह चैन से रहेंगे तो पुलिस चैन से नहीं रहेगी. अगर पुलिस उन्हें नहीं दौड़एगी तो अपराधी पुलिस को दौड़ाएंगे.
डीजीपी ने थानेदारों को ही नहीं, बल्कि एसपी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि अब व्यक्तिगत रूप से वह हर अपराध की जानकारी रखेंगे. डीजीपी के निर्देश के बावूजद राजधानी पटना में हुई गोलीबारी जमीनी हकीकत को बयां कर रही है.