नालंदा में फायरिंग, युवक ने परिवार के ही दो सदस्यों को मारी गोली, गंभीर हालत में पटना रेफर
नूरसराय थाना क्षेत्र के नीरपुर गांव में सोमवार को एक पारिवारिक झगड़े के दौरान गुस्साये परिजन ने अपने ही परिवार के दो सदस्यों को गोली मार दी. गोली लगने के बाद दोनों व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायलों की स्थिति को देखते हुए डाक्टरों ने दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया.
नालंदा. नूरसराय थाना क्षेत्र के नीरपुर गांव में सोमवार को एक पारिवारिक झगड़े के दौरान गुस्साये परिजन ने अपने ही परिवार के दो सदस्यों को गोली मार दी. गोली लगने के बाद दोनों व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायलों की स्थिति को देखते हुए डाक्टरों ने दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया. वहीं, आक्रोशित लोगों ने आरोपी को पकड़कर जमकर पिटाई कर दी. इस घटना को लेकर पुलिस जांच में जुट गयी है. गुस्साये लोगों ने घंटों सड़क को जाम कर आरोपित को गिरफ्तार करने की मांग की. पुलिस ने समझा बुझा कर मामला शांत किया और जाम को खत्म कराया.
पहले बहस की, फिर मार दी गोली
घटना के संबंध में बताया जाता है कि नालंदा में गोतिया ने दो सगे भाईयों को गोली मार दी. जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये. गुस्साएं लोगों ने आरोपी की पिटाई कर दी. हालांकि इस दौरान किसी तरह जान बचाकर भागने में वह सफल रहा. इधर गोली लगने से घायल दोनों भाईयों को आनन-फानन में भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी में भर्ती कराया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. घटना नालंदा के नूरसराय थाना क्षेत्र के नीरपुर गांव की है जहां इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है.
अस्पताल से फरार हुआ आरोपित, खोजती रह गयी पुलिस
घटना के संबंधम में परिजनों ने बताया की सोमवार की सुबह नीरपुर गांव निवासी योगेंद्र प्रसाद अपने दोनों बेटे 35 वर्षीय जयचंद वर्मा और 40 वर्षीय उदय वर्मा के साथ भजन गा रहे थे. इसी दौरान एक रिश्तेदार रजनीकांत उर्फ रंजन कुमार आया और पूर्व के विवाद को लेकर योगेंद्र वर्मा के साथ गाली-गलौज करने लगा. बहस उग्र हुई तो वह पिस्टल लेकर वापस आ धमका और तीन गोलियां दाग दी. दो गोली उदय वर्मा और एक गोली जयचंद वर्मा को लग गयी है. गोली मारने के बाद रंजन कुमार को लोगों ने पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान वह किसी तरह भीड़ से निकल गया. घायल आरोपी बिहारशरीफ सदर अस्पताल पहुंचा, लेकिन जब तक लोग और पुलिस वहां पहुंचते वह इलाज कराकर अस्पताल से फरार हो गया. वो कैसे फरार हुआ इस बात की भनक तक पुलिस को नहीं लगी.