सासाराम: बिक्रमगंज प्रखंड प्रमुख की गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग, गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती
बिहार में बेखौफ अपराधियों ने बिक्रमगंज के प्रखण्ड प्रमुख सह प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार पर गोलियों से हमला कर दिया. इस हमले में उनके हाथ में एक गोली लगी है. हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखण्ड प्रमुख सह प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ लाली सिंह को बाइक सवार दो अपराधियों ने शुक्रवार को गोली मार कर घायल कर दिया है. घायल प्रमुख को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार प्रमुख को एक गोली हाथ में लगी है, जिनका कुछ भाग अंदर फंस गया है. हालांकि हाथ को छोड़ अन्य कही भी कोई चोट के निशान नहीं है. पुलिस मामले की छानबीन में लग गई है, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. दिनदहाड़े गोलीबारी की हुई इस घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है.
प्रखण्ड प्रमुख के बेटे ने बताई पूरी घटना…
प्रखण्ड प्रमुख लाली सिंह के पुत्र सत्यम सिंह ने बताया कि घटना करीब दोपहर डेढ़ बजे की है. जब वह पापा के साथ प्रखण्ड कार्यालय से घर के लिए लौट रहे थे. तभी प्रखण्ड कार्यालय और मुख्य सड़क के बीच एक मोड़ पर दो लोग एक बाइक खड़ी कर के बैठे हुए थे. दोनों ने हेलमेट पहन रखा था इस लिए उनकी पहचान नहीं हो सकी. जैसे ही हम लोगों की गाड़ी मुड़ी दोनों ने गोली चलाना शुरू कर दिया. दो गोली गाड़ी के आगे से दागी और हवा में गोलियां दागते फरार हो गये. हम लोग तुरंत ही गाड़ी को पीछे घुमाया और वापस प्रखण्ड कार्यालय में ले गये, जहां से पुलिस को मामले की जानकारी दे कर अस्पताल के लिए निकले. हम दोनों की किस्मत अच्छी थी कि जैसे ही उन लोगों ने गोली चलाई हम दोनों नीचे झुक गये और गोली शीशा को छेदते एक सीट से दूसरी सीट में जा लगी. सत्यम ने बताया कि गोली हम लोगों के सर से इस कदर निकली की अभी भी सोच कर दिमाग सिहर जाता है.
घटना स्थल पर बिखरे पड़े गाड़ी के शीशे बता रहे घटना की दास्तां
प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ लाली सिंह पर निशाना साधते हुए किये गये हमले में जिस तरह वह बच निकले वह भाग्य की बात है. वर्ना गोली सीधे उनके सिर को निशाना बनाते हुए ही दागी गई थी, वह भी एक नहीं दो गोलियां. वह तो गोली रोकने के नियत से हाथ थोड़ा ऊपर हो गया और उनका निशाना चूक गया वर्ना कहानी कुछ और होती.
डीएसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
घटना के बाद डीएसपी शशिभूषण सिंह पहले अनुमंडल अस्पताल पहुंचे, फिर वहां से घटना स्थल गये और स्थल का मुआयना कर अधिकारियों को कुछ दिशा निर्देश दिये. डीएसपी ने बताया कि अपराधी चाहे कोई भी हो उसकी जल्द ही पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जहां घटना को अंजाम दिया गया है वह एक मोड़ है जहां कोई भी गाड़ी एक दम स्लो हो जाती है.
प्रखण्ड कार्यालय पर अब तक चार बार अधिकारी व कर्मी से मारपीट हुई
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अमित प्रताप सिंह ने बताया कि घटना के वक्त मैं कार्यालय से दूर शहर में था, जैसे ही घटना की सूचना मिली मैं अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचा और इलाज का बंदोबस्त कराया. जहां से बेहतर इलाज हेतु तत्काल रेफर कर दिया गया. बीडीओ ने बताया कि घटना प्रखण्ड कार्यालय से करीब 100 मीटर की दूरी पर हुई है. लेकिन इससे पहले कार्यालय में मारपीट की कुल चार घटनाएं घट चुकी है. यह मामला गोली की है और कार्यालय परिसर के बाहर का है. लेकिन इस घटना से प्रखण्ड के सभी कर्मियों में दहशत का माहौल जरूर है.
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प्रमुख अक्सर अपने बाउंसर के साथ चलते थे, लेकिन घटना के समय केवल उनका पुत्र था
प्रखण्ड प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ लाली सिंह के संबंध में मिली जानकारी बताती है कि वह अकेले शायद ही कभी चलते हों. या तो उनकी गाड़ी में उनके दो चार लोग होते हैं या बाउंसर, लेकिन जब घटना घटी तब उनके साथ केवल उनका बेटा था. इससे संभावना जताई जा रही है कि गोली चलाने वाले को निश्चित ही कोई फोन से गाइड कर रहा था. वर्ना इतनी सटीक जानकारी कैसे मिलती. प्रमुख के नाम पर दो लाइसेंसी बंदूकें भी है, जिसे वह लेकर चलते थे, लेकिन घटना के वक्त वह बिल्कुल निहत्थे थे. इसकी भी पूरी पड़ताल अपराधियों को गाइड करने वाले ने की है. गोली चलाने वाले बाइक सवार दोनो शूटरों ने हेलमेट पहन रखी थी ताकि उनकी पहचान उजागर ना हो पाये. लेकिन गोली इतनी सटीक चलाई गई थी कि बचना मुश्किल था.