Bihar News: रंगदारी नहीं देने पर पूर्व विधायक की गाड़ी पर फायरिंग, समर्थकों ने दो बदमाशों को धर-दबोचा
Bihar Crime News: दो लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर मधुबन के पूर्व विधायक शिवजी राय की गाड़ी पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी. हमले में पूर्व विधायक समेत चालक व बाडीगार्ड बाल -बाल बच गये.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. दो लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर मधुबन के पूर्व विधायक शिवजी राय की गाड़ी पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी. हमले में पूर्व विधायक समेत चालक व बाडीगार्ड बाल -बाल बच गये. घटना राजेपुर के बारा विशुनपुर गांव के समीप की है. सूचना पर राजेपुर पुलिस व पूर्व विधायक के समर्थकों ने दो बदमाशों को खदेड़ कर पकड़ लिया. पकड़े गये बदमाशों की पहचान राजेपुर थाना क्षेत्र के झिटकहियां गांव के सुजीत कुमार व रानीपट्टी गांव के गौरव कुमार के रूप में हुई है. भागने वाले बदमाशों की पहचान कदमा गांव के अकीन्द्र सिंह, झिटकहियां के विक्की कुमार रूप में हुई है. पूर्व विधायक ने इसकी प्राथमिकी दर्ज करायी है.
जानें पूरा मामला
पूर्व विधायक के अनुसार, वह 29 सितंबर को सलेमपुर बाजार के बैजू चौधरी के किराना दुकान पर बैठे थे. इसी दौरान झिटकहियां गांव का विक्की कुमार दो लाख रुपये रंगदारी की मांग करने लगा. रंगदारी देने से मना करने पर गाली- गलौज व अंजाम भुगतने की धमकी दी. इसके बाद 30 सितंबर को 6.15 बजे शाम में वह मधुबन से लौट रहे थे, तो बदमाशों ने उनकी गाड़ी का पीछा करते हुए बारा विसुनपुर गांव के समीप आकर दो लाख रुपए की रंगदारी मांगने लगे.
बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू
विक्की कुमार ने पिस्टल निकाल ली. यह देखकर वह चालक को गाड़ी तेजी से भगाने को कहे. चालक गाड़ी लेकर भागने लगा. इसी बीच जान मारने की नियत से विक्की ने फायरिंग कर दी. इसमें वह बाल-बाल बच गये. राजेपुर थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पकड़ाये बदमाशों को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा मोतिहारी भेज दिया गया है. अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गयी हैं.
पूर्व विधायक से बदमाशों ने मांगी थी रंगदारी
पूर्व विधायक शिवजी राय ने बताया कि उनके पुत्र सह मेहसी प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार संवेदक का कार्य भी करता है. उसके द्वारा मुजफ्फरपुर जिले के सिवाईपट्टी थाने के छितरा में सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वहां पर भी बदमाशों ने 27 सितंबर को पहुंचकर दो लाख की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर काम बंद कराने के साथ उनके पुत्र व उन्हें बदमाशों ने देख लेने की धमकी दी थी.