बिहार में 14 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों को फर्स्ट क्लियरेंस, लगेगी 71 इथेनॉल यूनिट

राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की मंगलवार को आयोजित बैठक में 14668़ 26 करोड़ के 79 नये प्रस्तावों को फर्स्ट क्लियरेंस दिया गया है. इन प्रस्तावों में इथेनॉल के सर्वाधिक 71 नये प्रस्ताव हैं. इथेनॉल के अभी तक 147 प्रस्तावों को क्लियरेंस दिया जा चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2021 12:08 PM

पटना. राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की मंगलवार को आयोजित बैठक में 14668़ 26 करोड़ के 79 नये प्रस्तावों को फर्स्ट क्लियरेंस दिया गया है. इन प्रस्तावों में इथेनॉल के सर्वाधिक 71 नये प्रस्ताव हैं. इथेनॉल के अभी तक 147 प्रस्तावों को क्लियरेंस दिया जा चुका है.

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इथेनॉल के अलावा 160 करोड़ के निवेश प्रस्ताव ऑक्सीजन उत्पादन, एक निवेश प्रस्ताव रबर एवं प्लास्टिक प्रक्षेत्र और एक अन्य प्रस्ताव टेक्सटाइल से संबंधित है.

इन इकाइयों में मुख्यत: मेसर्स नरीको बायोएनर्जी, मेसर्स क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड प्रेक्सएयर इंडिया लिमिटेड तथा मेसर्स सार्थ एगबेव एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. छह जुलाई मंगलवार को निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक में निवेश आयुक्त और उद्योग विभाग के सभी वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे.

अब तक 147 इथेनॉल प्रस्तावों को दी गयी क्लियरेंस

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन पॉलिसी 2021 के तहत आवेदन देने की समय सीमा तीस जून तक थी. इसके तहत अभी तक कुल 147 इकाइयों को प्रथम क्लियरेंस दिया गया है. जिसकी प्रस्तावित निवेश राशि 30008 करोड़ है. जबकि इन इकाइयों की कुल प्रस्तावित उत्पादन क्षमता 21915 केएलपीडी है.

इसी तरह ऑक्सीजन उत्पादन पॉलिसी नीति 2021 के तहत 228 करोड़ के प्रस्तावों को फर्स्ट क्लियरेंस दिये गये हैं. इस पॉलिसी के तहत अभी 30 सितंबर तक निवेश प्रस्ताव लिये जा सकते हैं. इससे पहले पचास लाख रुपये से अधिक के एक निवेश प्रस्ताव पर सहमति दी गयी थी.

स्टेज–1 की पूर्व से स्वीकृति प्राप्त कुल 1 प्रस्ताव पर वित्तीय प्रोत्साहन क्लियरेन्स की अनुशंसा प्रदान की गयी. जिसमें कुल निवेश राशि 59.97 लाख रुपये है. यह इकाई वाणिज्यिक उत्पादन उत्पादन में आने के बाद बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पॉलिसी के अंतर्गत ब्याज अनुदान, स्टाम्प शुल्क, भूमि सम्परिवर्तन शुल्क, एसजीएसटी, विद्युत शुल्क इत्यादि अनुदान प्राप्त करने की पात्रता होगी.

Posted by Ashish Jha

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