बांका : वैश्विक महामारी कोविड-19 का संक्रमण के बीच शहर के जगतपुर मुहल्ले में डेंगू का नया मरीज मिलने से सनसनी फैल गयी है. इसकी पुष्टि करते हुए सदर अस्पताल के चिकित्सक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बांका शहर के जगतपुर मुहल्ला निवासी 17 वर्षीय आसना दास इसी माह बौंसी स्थित नानी के घर गयी थी. जहां वे 6 सितंबर को बीमार पड़ गयी और उसे तेज बुखार, जोड़ों में दर्द व नाक से बराबर खून आने लगा. इस दौरान परिजनों ने आनन-फानन में उक्त लड़की को बौंसी स्थित एक चिकित्सक के पास उपचार कराया. लेकिन उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिली.
हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उसे इलाज के लिए आठ सितंबर को बांका लाया. जहां डेंगू सहित अन्य जांच करायी गयी. जांच रिपोर्ट में उक्त लड़की में डेंगू का लक्षण पाया गया. साथ ही प्लेटलेट्स काउंट मात्र 46 हजार पाया गया. इसके बाद चिकित्सक की देख रेख में उक्त लड़की का उपचार किया गया. 22 सितंबर को पुन: प्लेटलेटस जांच कराया गया तो प्लेटलेट्स काउंट करीब 1 लाख 76 हजार हो गया है और अब वह खतरे से बाहर है. जबकि इस साल पहली बार बांका में डेंगू के मरीज मिले हैं. लेकिन लड़की का सही समय पर उपचार हो जाने के कारण वह अभी स्वस्थ है.
बारिश और बदलते मौसम में फैलता है डेंगू : गर्मी के बाद बदलता मौसम व बारिश की बूंदों के साथ डेंगू आता है. मॉनसून के बाद जब मौसम दुबारा करवट लेता है, ठंड बढ़ती है. तो बीमारियां भी बढ़ती हैं. एडीज मच्छर डेंगू बुखार फैलाता है. यह बुखार इतना खतरनाक होता है कि मरीजों की जान ले सकता है. एडीज मच्छर जमे हुए साफ पानी, जैसे कूलर में जमा पानी, बरतन या टायर आदि में जमे पानी में पैदा होता है. इसलिए कूलर सहित अन्य स्थानों पर पानी नहीं जमने दें. वहीं डेंगू बुखार के लक्षण आम बुखार से थोड़े अलग हैं.
इसमें बुखार बहुत तेज होता है. साथ में कमजोरी हो जाती है. चक्कर आता है. चक्कर आने से लोग बेहोश हो जाते हैं. ऐसे में मुंह का स्वाद बदलता जाता है और उल्टी भी आती है. सिर दर्द, पीठ में दर्द, बदन दर्द भी होता है. कई लोगों को त्वचा पर रेसेज भी हो जाते हैं. अक्सर बुखार होने पर लोग घर पर पारासिटामोल जैसी दवा लेते हैं. लेकिन डेंगू बुखार के लक्षण दिखने पर इससे बचना चाहिए. लक्षण दिखने पर तुरंत ही चिकित्सक से सलाह लें और प्लेटलेट काउंट जांच करायें.
posted by ashish jha