पहले ड्रोन, अब हेलिकॉप्टर से हो रही छापेमारी, बिहार सरकार ने शराब माफिया के पीछे लगा दी पूरी ताकत
इस हेलिकॉप्टर में बैठकर मद्य निषेध विभाग के अधिकारी अब पूरे बिहार में अवैध शराब और उसे बनाने वाले लोगों की तलाश करेंगे, फिर उसपर कार्रवाई होगी.
पटना. बिहार में शराबबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है. जमीनी छापेमारी के बाद ड्रोन से निगरानी चल रही थी, लेकिन मंगलवार से सरकार ने इस काम में हाईटेक ड्रोन के साथ-साथ फोर सीटर हेलिकॉप्टर को भी लगा दिया है. अब उड़न खटोले से भी शराब की तलाश होगी.
नीतीश कुमार के निर्देश के बाद मद्य निषेध विभाग ने फोर सीटर हेलिकॉप्टर मंगाया है. मंगलवार से हेलिकॉप्टर से शराब खोजने का काम भी शुरू हो गया है. इस हेलिकॉप्टर में बैठकर मद्य निषेध विभाग के अधिकारी अब पूरे बिहार में अवैध शराब और उसे बनाने वाले लोगों की तलाश करेंगे, फिर उसपर कार्रवाई होगी.
पहले दिन हेलिकॉप्टर में सवार होकर मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों ने पटना और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया. इस दौरान कई जगहों पर अवैध शराब की जानकारी. बताया जाता है कि आज पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमत्री नीतीश कुमार ने उस हेलिकॉप्टर को देखा. भागलपुर से लौटने के क्रम में उन्होंने एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर को देखा.
नीतीश कुमार ने इस पूरे प्रोसेस का डेमोस्टेशन भी देखा. मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों ने नीतीश कुमार को बताया कि कैसे कार्यवाई की जा रही है. साथ ही पूरी तैयारी भी बताई. हेलिकॉप्टर से कार्रवाई की जानकारी लेने के बाद नीतीश कुमार ने वहां मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, इसके बाद भी शराब की सप्लाई और उसका निर्माण जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को सफल बनाने के लिए काफी प्रयास कर रहे. इसके बाद भी अवैध धंधे पर अंकुश नहीं लग पा रहा. तमाम कोशिशें नाकाम देख सरकार ने पहले ड्रोन से निगरानी शुरू की. इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली. और अब इसके बाद नीतीश सरकार ने एक और बड़ी पहल की है.