मुजफ्फरपुर. बालूघाट के श्री राम जयराम मंदिर के समीप एक फ्लैट में हुए केमिकल ब्लास्ट के बाद प्लास्टिक के ड्राम में मिले अधजले शव की पहचान कर ली गयी है. शव कर्पूरी नगर के वार्ड नंबर-15 निवासी शराब कारोबारी राकेश सहनी (30 वर्ष) का था. वह तीन बार जेल जा चुका था. पुलिस को जांच में पता चला है कि छह दिन पूर्व ही अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी राधा देवी ने अपने आशिक सुभाष शर्मा और दो रिश्तेदारों के साथ मिलकर राकेश की हत्या कर दी.
जानकारी के अनुसार राकेश को प्रलोभन देकर उसकी पत्नी राधा ने दिल्ली से बुलाया था. उसके दिल्ली से लौटने पर जानकारी हुई कि उसकी पत्नी राधा अपने आशिक के साथ बालूघाट में किराये के कमरे में रह रही है. वह छह दिन पहले उक्त कमरे पर पहुंचा था. इसके बाद राधा ने अपने आशिक व दो रिश्तेदारों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच दी.
पुलिस का कहना है कि पहले गला दबाकर राकेश सहनी की हत्या की गयी. फिर, शव को काटा गया था. पुलिस के अनुसार हत्यारों ने पहले धारदार हथियार से शव को चार टुकड़ों में प्लास्टिक के ड्राम में रख दिया. फिर उसमें नमक, फिनाइल, ब्लीचिंग पाउडर व केमिकल डाल कर दूसरे प्लास्टिक के ड्राम से ढक दिया था.
शव की दुर्गंध बाहर न जाये इसके लिए कमरे में सेंटदार अगरबत्ती, फिनाइल की गोली रख दिया था. इस दौरान ड्राम में रखे केमिकल के कारण गैस भर जाने से ब्लास्ट कर गया. पुलिस ने कमरे से धारदार चाकू, हथौड़ी, एक ताला, पॉलीथीन में बांधा हुआ ब्लीचिंग पाउडर बरामद किया है. गिरफ्तारी के डर से राधा अपने आशिक के साथ फरार है.
सिकंदरपुर ओपी प्रभारी हरेंद्र कुमार रविवार की सुबह सात बजे बालूघाट स्थित सुनील शर्मा के मकान पहुंचे. तीसरे मंजिल पर सील कमरे का ताला खोल शव को ड्राम से बाहर निकलवाया. अधजले शव की पहचान मृतक राकेश के भाई दिनेश सहनी ने की. फिर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद एसकेएमसीएच भेज दिया.
रविवार की दोपहर जांच के लिए एसएसपी जयंतकांत व नगर डीएसपी रामनरेश पासवान घटनास्थल पर पहुंचे. जिस कमरे में राकेश सहनी की हत्या के बाद शव को गलाने को प्लास्टिक के ड्राम में रखा था वहां जाकर भी छानबीन की गयी. इस दौरान मकान मालिक सुनील शर्मा को बिना सत्यापन किये शराब कारोबारी को किराये पर कमरा देने को लेकर जमकर फटकार लगायी.
राकेश सहनी की हत्या छह दिन पहले की गयी थी. हत्या के बाद से सुभाष व राधा रात में प्रतिदिन कमरे से सामान हटा रहे थे. मकान मालिक को भी रूम खाली करने की जानकारी दे दी थी. किसी को मुहल्ले में शक न हो इसके लिए सुभाष शर्मा राकेश की जमीन का ग्राहक खोजने के लिए कर्पूरी नगर पहुंचा था. वहां, एक जनप्रतिनिधि से कहा था कि राकेश भैया अपने पत्नी के नाम का जमीन बेचना चाह रहे हैं. कोई खरीदार हैं तो बताइये.
राकेश की हत्या करने के बाद राधा अपने पुराने घर में लौट आयी थी. मुहल्ले के लोगों का कहना है कि वह शनिवार की दोपहर समूह का पैसा जमा करने के लिए भी गयी थी. उसको मुहल्ले के कई महिलाओं ने देखा था. लेकिन, जब कमरे में ब्लास्ट हुआ इसके बाद से वह गायब हो गयी.
मृतक के बड़े भाई दिनेश सहनी के बयान पर रविवार की देर शाम हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी. दिनेश ने अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी राधा द्वारा अपने आशिक सुभाष शर्मा, साली कृष्णा देवी और साढू विकास कुमार को आरोपित बनाया है.
सिकंदरपुर ओपी प्रभारी ने बताया कि राकेश सहनी पूर्व में दो बार नगर थाने व एक बार सिकंदरपुर ओपी से शराब कारोबार में जेल जा चुका था. एक मामले में वह फरार चल रहा था.
वार्ड पार्षद विकास सहनी और रामू सहनी ने अपने- अपने वार्ड के लोगों से घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाने की अपील की है. उनका कहना है कि बालूघाट जैसे पॉश इलाके में एक भी मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. जिस वजह से यहां अपराधिक घटनाएं हो रही है. राकेश सहनी की हत्या के बाद पुलिस ने जब सीसीटीवी खोजनी शुरू की तो एक भी मकान में लगा हुआ नहीं मिला.
Posted by Ashish Jha