बिहार के मत्स्य पालकों को मिलेंगे अब उन्नत किस्म के मत्स्य बीज

सीतामढ़ी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी बीज फार्म में मत्स्य ब्रूड बैंक का वर्चुअल शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने जय विकास, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नारा देते हुए कहा कि तीनों ताकत मिलने से भारत आत्मनिर्भर बनेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2020 8:33 AM

सीतामढ़ी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी बीज फार्म में मत्स्य ब्रूड बैंक का वर्चुअल शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने जय विकास, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नारा देते हुए कहा कि तीनों ताकत मिलने से भारत आत्मनिर्भर बनेगा.

जिला मुख्यालय से नौ किलोमीटर दूर डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी गांव में 38 एकड़ में फैले इस मत्स्य बीज फार्म में 18 तालाब व एक हेचरी है. ब्रूड बैंक की स्थापना से बेहतर मत्स्य उत्पादन हेतू उन्नत नस्ल की मत्स्य बीज अब सहजता से उपलब्ध होगा. यह ब्रूड बैंक राज्य में मत्स्य नस्ल सुधारने की नयी पहली इकाई होगी. इस योजना पर पांच करोड़ की राशि व्यय होगी.

डीपीआरओ परिमल कुमार ने बताया कि जिला मत्स्य उत्पादन हेतु उन्नत बीज की ससमय उपलब्धता मत्स्य पालन के किसी भी प्रणाली का मूल आधार है. मत्स्य हैचरियों में प्रेरित प्रजनन के द्वारा तैयार मत्स्य बीज में कई प्रकार के अनुवांशिक दोष के कारण बीज की गुणवत्ता में ह्रास हुआ है. इन दोषो में अन्त: प्रजनन प्रमुख है. मत्स्य प्रजनन एवं बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ब्रूड बैंक का अधिष्ठापन किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत इसकी स्थापना की जा रही है. इसमें मत्स्य हैचरी का निर्माण, नर्सरी एवं रियरिंग तालाब /टैंक का निर्माण, क्वारेंटाइन टैंक का निर्माण, प्रयोगशाला ड्रेनेज एवं संबंध संरचनाओं का निर्माण आदि किया जाएगा. यहां पर शुद्ध नस्ल के मत्स्य प्रजनन का उत्पादन होगा. जिससे उत्पादित बीज शुद्ध एवं उन्नत किस्म की होगी. ब्रूड बैंक से न्यूक्लियस बीज का उत्पादन कर मल्टीप्लायर को दिया जाएगा. जहां से फाउंडेशन एवं सर्टिफाईड सीड का उत्पादन कर कृषकों को निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाएगा.

इस प्रकार ब्रूड बैंक राज्य में मत्स्य नस्ल सुधारने की नयी एवं पहला इकाई होगी. इसके निर्माण से राज्य में स्थित मत्स्य हैचरियों/मत्स्य बीज उत्पादकों को उनन्त मत्स्य प्रजनक एवं बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी. जिससे न सिर्फ सीतामढ़ी जिले बल्कि पूरे राज्य के मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में अभिवृद्धि होगी.

posted by ashish jha

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