पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना की तीसरी लहर की रफ्तार भले ही कमजोर हो गयी है. लेकिन वायरस से मौत का सिलसिला लगातार जारी है. पटना एम्स में कोरोना से 43 दिन के मासूम सहित कुल पांच मरीजों की 24 घंटे में मौत हो गयी. बच्चे का नाम आयांश कुमार है, जो औरंगाबाद जिले का रहने वाला था. डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे को जन्मजात ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया) था. हालत खराब होने के बाद परिजनों ने बीते 31 जनवरी को पटना एम्स अस्पताल में भर्ती कराया, जहां जांच में आयांश की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. आइसीयू में इलाज चल रहा था, जहां इलाज के दौरान मंगलवार की देर रात करीब 1 बजे उसकी मौत हो गयी. एक दिन पहले भी एम्स में एक 2 साल के बच्चे की मौत कोरोना से हो गयी थी.
बुधवार को 35 से लेकर 64 साल तक के पांच मरीजों की मौत हुई है. पटना एम्स के कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि ब्लड कैंसर होने के बाद गंभीर हालत में आयांश को एम्स में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा मसौढ़ी निवासी 35 वर्षीय मुकेश कुमार हाजीपुर निवासी 64 वर्षीय प्रतिमा कुमारी सारण निवासी 40 वर्षीय संजय कुमार शर्मा व सैदपुर पटना निवासी 40 वर्षीय सुभाष प्रसाद की मौत भी कोरोना के इलाज के दौरान हो गयी.
राज्य में कोरोना संक्रमितों की घटती संख्या और अधिक संख्या में स्वस्थ होने के कारण एक बार फिर कोरोना का रिकवरी रेट 98.06% हो गया है. राज्य में चार जनवरी 2022 को रिकवरी रेट 98.03% से घटते हुए 15 जनवरी को 93.85% तक घट गया था. इसके बाद रिकवरी दर में वृद्धि दर्ज की जाने लगी. कोरोना का रिकवरी रेट 28 दिसंबर के पहले अधिकतम 98.32% तक पहुंच गया था. इधर राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 799 नये कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. राज्य का पॉजिटिविटी रेट घटकर अब 0.53% हो गयी है. राज्य में एक लाख 50 हजार 210 सैंपलों की जांच की गयी.
पटना. पटना जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहा है. जिले में कभी कम हो कभी तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे है. हालांकि बीते पांच दिनों से जिले रोजाना 150 से 200 के बीच मरीज मिल रहे थे. लेकिन बुधवार को 228 नये मरीज चिह्नित किये गये हैं. इसके साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या भी 308 से बढ़ कर 450 हो गयी है.
24 घंटे में जिले में 142 मरीजों ने कोरोना को मात देते हुए पूरी तरह से स्वस्थ हुए हैं. इससे एक दिन पूर्व पटना जिले में 108 नये मरीज चिह्नित किये गये थे. वहीं सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि जिले में रोजाना आठ हजार से अधिक लोगों की जांच कर सैंपल जांच के लिए लैब में भेजने के निर्देश दिये गये हैं. इनमें लगभग 4 हजार लोगों की आरटीपीसीआर व 4 हजार एंटीजन जांच करने को कहा गया है.