पटना: कोरोना से जंग के बीच गुरुवार को पटना के दो अस्पतालों में भर्ती पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गयी. पहली बार एक ही दिन में पटना से एक साथ इतनी मौतें हुई हैं. इतना ही नहीं, गुरुवार को पटना के 25 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. पिछले कई दिनों से पटना में कोरोना मरीजों के मिलने की संख्या दस से कम रह रही थी. कोरोना से मरने वाले मरीजों में से दो एनएमसीएच में भर्ती थे, वहीं तीन पटना एम्स में भर्ती थे.
एम्स में मरने वाले तीन लोगों से दो दरभंगा के रहने वाले थे. इनमें से एक की उम्र 60 वर्ष थी और वह डायबिटीज से पीड़ित थे. जबकि दूसरी 55 वर्षीय महिला मरीज थी, उन्हें सांस से संबंधित रोग था. इसके साथ ही पटना एम्स में कोरोना से मरने वाले तीसरे मरीज की उम्र 37 साल थी और वह नालंदा के रहने वाले थे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक उन्हें पहले से सेप्टीसिमिया नामक बीमारी थी, इसके कारण संक्रमण पूरे शरीर में फैल गया था. ऐसे में कोराना होने के कारण मरीज की जान नहीं बचायी जा सकी. वहीं एनएमसीएच में मरने वाले दोनों मरीज किडनी रोग से भी पीड़ित थे.
पटना में गुरुवार को 25 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से 12 अकेले नौबतपुर के हैं और छह बाढ़ के रहने वाले हैं. वहीं अन्य मरीजों में से एक गर्दनीबाग, एक जगनपुरा, तीन खाजेकला, एक मालसलामी और एक मसौढ़ी का रहने वाला है. इनमें से गर्दनीबाग का मरीज 56 वर्षीय पुरुष है और जगनपुरा का मरीज 27 वर्षीय पुरुष है. खाजेकला के तीन लोगों में से एक 44 वर्षीय महिला, दूसरा 40 वर्षीय पुरुष और तीसरी 70 वर्षीय महिला है. मालसलामी का कोरोना पॉजिटिव 36 वर्षीय युवक है जो कि मुंबई से लौटा है. वहीं नौबतपुर के 12 पॉजिटिव मरीजों में से सभी पेठिया बाजार गांव के रहने वाले हैं. बाढ़ के 6 पॉजिटिव मरीजों में से सभी मोकिमपुर गांव के रहने वाले हैं. इनमें से तीन सूरत, एक दिल्ली से, एक नोएडा से और एक हरियाणा से लौटा है. जबकि, मसौढ़ी का रहने वाला कोरोना पॉजिटिव मरीज दिल्ली से लौटा है. वहीं, आइजीआइएमएस में भर्ती एक मरीज गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. मरीज की उम्र 72 वर्ष है और वह बुधवार को आइजीआइएमएस में भर्ती हुआ था. उसे छाती रोग विभाग में भर्ती किया गया था.जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे इलाज के लिए एनएमसीएच भेज दिया गया.