अश्विनी चौबे के खिलाफ बक्सर के पांच पूर्व जिलाध्यक्षों ने खोला मार्चा, प्रदेश संगठन ने उठाया ये कदम

लोकसभा चुनाव से पहले ही बिहार भाजपा के जिला संगठनों में भारी सिर फुटौव्वल देखने को मिल रहा है. बिहार के कई जिलों में स्थानीय सांसदों की कार्यप्रणाली को लेकर दल के नेताओं में ही भारी असंतोष है. पूर्व जिला अध्यक्षों ने स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2023 6:28 PM

पटना. लोकसभा चुनाव से पहले ही बिहार भाजपा के जिला संगठनों में भारी सिर फुटौव्वल देखने को मिल रहा है. बिहार के कई जिलों में स्थानीय सांसदों की कार्यप्रणाली को लेकर दल के नेताओं में ही भारी असंतोष है. बक्सर में तो पार्टी के एक नहीं बल्कि पांच-पांच पूर्व जिला अध्यक्षों ने स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संगठन में जिला स्तर के कई कद्दावर नेता अपने ही सांसद के खिलाफ मैदान में उतर गये हैं. हालांकि प्रदेश नेतृत्व नोटिस का डर दिखाकर विरोध पर उतरे नेताओं के गुस्से को शांत करने की कोशिश में जुटा है, लेकिन इसमें कितनी सफलता मिलेगी, यह अभी संभव नहीं है.

जिला संगठन का एक समूह ने अलग से की बैठक 

जानकारी के अनुसार पांच दिन पहले बक्सर में भाजपा जिला कार्यसमिति की एक बैठक हुई थी. जिसमें केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद भी शामिल हुए थे. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री का विरोध किया था. उनके खिलाफ नारे लगाये थे. यहां तक कि साफ तौर पर कह दिया था कि पार्टी कार्यकर्ताओं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को बक्सर से फिर से उम्मीदवार बनाने के खिलाफ हैं. इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने अलग बैठक भी की थी. उसमें कहा था कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को अश्विनी चौबे की बजाय किसी स्थानीय कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए. विरोध करनेवालों का कहना है कि सांसद चौबे के कारण ही विधानसभा के चुनाव में जिले की सभी छह सीटों पर एनडीए को हार का मुंह देखना पड़ा.

भाजपा ने जारी किया नोटिस

स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे के खिलाफ मोर्चा खोलनेवालों में पांच पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चितानन्द भगत, केदारनाथ तिवारी, राणा प्रताप सिंह, माधुरी कुंवर और प्रियव्रत सिंह शामिल हैं. इसके अलावा जिला संगठन के कद्दावार नेताओं में चौधरी राम विनोद राय, बलराम पांडेय, संतोष दूबे, दया शंकर तिवारी और नंद लाल पंडित जैसे नाम बताये जा रहे हैं. संगठन में उठे इस बगावत को देखते हुए बिहार भाजपा अनुशासन समिति के अध्यक्ष विनय सिंह ने बक्सर के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह को नोटिस जारी किया है. 29 मई को जारी नोटिस में कहा है कि आपके विरुद्ध आरोप है कि आपने दल के समानांतर बैठक आयोजित की. आपका यह कार्य दल विरोधी एवं घोर अनुशासनहीनता के दायरे में आता है. आप 10 दिनों के अंदर कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण दें कि क्यों नहीं आप के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए?

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