बिहार में शराबबंदी के पांच वर्ष : पटना में सबसे अधिक, शिवहर में सबसे कम बरामद हुई शराब, जानिये कितने लोग पहुंचे जेल
राज्य में शराबबंदी के पांच वर्ष पूरे हो गये हैं. अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2021 तक शराबबंदी कानून तोड़ने वालों का एक बड़ा आंकड़ा सामने आया है.पांच वर्ष के दौरान शराबबंदी कानून तोड़ने वाले 72443 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
पटना. राज्य में शराबबंदी के पांच वर्ष पूरे हो गये हैं. अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2021 तक शराबबंदी कानून तोड़ने वालों का एक बड़ा आंकड़ा सामने आया है.पांच वर्ष के दौरान शराबबंदी कानून तोड़ने वाले 72443 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. शराब पकड़ने के लिए पांच लाख 51 हजार 484 जगहों पर छापेमारी की गयी है और इस दौरान 38 लाख 19 हजार 443.3 लीटर देशी-विदेशी शराब बरामद की गयी है.
उत्पाद विभाग के आंकड़े बताते हैं कि शराबबंदी के पांच वर्षों के दौरान पटना जिले में सबसे अधिक छापेमारी, गिरफ्तारी व शराब बरामद की गयी है. पिछले पांच वर्षों में पटना जिले में 49973 छापेमारी कर 6857 लोगों को गिरफ्तार किया गया और दो लाख 90 हजार 498.14 लीटर शराब बरामद की गयी.
वहीं, सबसे कम जहानाबाद में 8458 छापेमारी, शिवहर में सबसे कम 551 गिरफ्तारी और शेखपुरा में सबसे कम 15188.53 लीटर शराब बरामद की गयी. इस साल पूरे मार्च महीने में सभी जिलों में चलाये गये अभियान के दौरान भी छापेमारी, गिरफ्तारी और बरामदगी में भी पटना जिला सबसे अागे है. यहां मार्च में 637 छापेमारी कर 97 लोगों को गिरफ्तार कर 15977.94 लीटर शराब बरामद की गयी.
वहीं, सबसे कम छापेमारी अररिया और अरवल में 159-159 हुई है. इन दोनों जिलों में क्रमश: 16 और 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मार्च में अररिया से मात्र 381.70 लीटर शराब बरामद की गयी है. वहीं पूरे राज्य में मार्च के दौरान 10,755 छापेमारी, 1075 लोगों की गिरफ्तारी और 170738.32 लीटर शराब बरामद की गयी. चार माह में 3641 गिरफ्तारियां बीते तीन-चार महीने से उत्पाद विभाग की टीम जिला पुलिस के साथ मिल कर लगातार कार्रवाई कर रही है.
बाहरी तस्करों को भी पकड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है. मद्यनिषेध की टीम ने अपने खुफिया सूचना तंत्र को और मजबूत किया है. इसका परिणाम है कि बीते वर्ष के दिसंबर से लेकर इस वर्ष के मार्च तक कुल 20 लाख 60 हजार लीटर शराब बरामद की गयी है. इस दौरान 3641 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसमें मार्च में सबसे अधिक और दिसंबर से लेकर फरवरी तक लगभग 855 की औसत से प्रतिमाह गिरफ्तारियां हुई हैं. इस दौरान जनवरी में सबसे कम एक लाख 13 हजार 354 लीटर शराब बरामद की गयी.
Posted by Ashish Jha