बिहार: नदी ने लिया विकराल रूप, निचले इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, लोगों में दहशत

Bihar Flood Update: बिहार में नदियो‍ं ने विकराल रुप ले लिया है. कई इलाकों में नदियों ने विकराल रुप ले लिया है. लोगों में दहशत है. भागलपुर जिले के नवगछिया में कोसी ने विकाराल रुप ले लिया है.

By Sakshi Shiva | August 14, 2023 10:53 AM

Bihar Flood Update: बिहार के कई इलाकों में नदी ने विकराल रुप ले लिया है. भागलपुर जिले के नवगछिया में कोसी ने विकाराल रुप ले लिया है. कदवा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घूस गया है. कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से कदवा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. कदवा दियारा पंचायत के बोड़वा मुसहरी, नवीन नगर पुनामा के कोसी धार होते बाढ़ का पानी बोचाही धार होकर खैरपुर कदवा पंचायत के गोला टोला कोसी धार से महादलित टोला बेलसंडी की ओर बढ़ने लगा है. उधर, ढोलबज्जा दियारा होकर नंदग्राम कदवा के कोसी धार व खैरपुर कदवा तक कोसी नदी की पानी घुस चुका है. कदवा के निचले इलाकों में बाढ़ की पानी घुसने से मक्का, धान, केला व विभिन्न प्रकार के साग-सब्जियों की खेती करने वाले किसानों की नींद हराम होने लगी है. पशुपालक किसानों को पशु चारा की किल्लत होने की डर सताने लगा है.

बाढ़ को लेकर अलर्ट

नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर, इस्माइलपुर व रंगरा प्रखंड के विभिन्न गांवों में गंगा नदी के पानी के जाने से बाढ़ की स्थिति बन रही है. जल संसाधन विभाग ने इस्माइलपुर से बिंदटोली के बीच तटबंध पर निगरानी बढ़ा दी है. गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. स्थानीय साइकिल सवार लोगों से तटबंध की निगरानी करवायी जा रही है. तटबंध व स्परों पर किसी समय कटाव लगने की जानकारी साइकिल सवार ग्रामीण सुरक्षा कर्मियों से मिल सकेगी. नवगछिया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार इस्माइलपुर-बिंदटोली, ज्ञानी दास टोला सहित अन्य तटबंधों पर विशेष तौर पर चौकसी रखने के लिए स्थानीय लोगों को सुरक्षा गार्ड के रूप में रखा गया है. अभियंता ने बताया कि यहां लंबा तटबंध होने से कहीं किसी तरह की कोई घटना न हो जाए, इसकी निगरानी रखने को रखा गया है. सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अधिकारी अलर्ट मोड पर है.

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बाढ़ में डूबने लगी फसल

गंगा व कोसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि से गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. अब खेतों में लगी मक्का, परवल, मूंग जैसी फसल पूरी तरह से डूबने लगी हैं. किसान डूबी फसलों को काट कर नाव से बाहर लाने को विवश हैं.

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गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचकर स्थिर हो गया है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार यह अभी स्थिर ही रहेगा. खतरे का निशान भागलपुर में 33.68 मीटर निर्धारित है. रविवार को छह सेंटीमीटर की बढ़ोतरी के साथ यह स्थिर हुआ है. जलस्तर में वृद्धि से यह 33.19 मीटर पर पहुंचा है. इससे पहले बीते शनिवार को जलस्तर 33.13 मीटर पर था. इधर, गंगा जलस्तर के स्थिर होने से तटवर्ती इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है.

पटना में गंगा के जलस्तर में कमी

पटना में गंगा के जल स्तर में पिछले तीन दिनों से कमी हो रही है. रविवार को गांधी घाट के पास शनिवार की अपेक्षा जल स्तर में 18 सेंटीमीटर कमी आयी. वहीं दीघा घाट में 27 सेंटीमीटर पानी कमा है. शुक्रवार से गंगा के जल स्तर में लगातार कमी हो रही है. रविवार को गांधी घाट पर जल स्तर 48.38 मीटर रहा, जबकि दीघा घाट पर 49.40 मीटर रहा. जल स्तर में कमी आने से गंगा रिवर फ्रंट से पानी नीचे आया है. गंगा का जल स्तर घटने से राहत मिली है. गंगा के जल स्तर में कमी से दीघा के बिंद टोली में जानेवाले रास्ते में पानी कमा है. शनिवार को गांधी घाट में गंगा का जल स्तर 48.56 मीटर, जबकि दीघा घाट में 49.67 मीटर था.

बता दें कि बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. मौसम की बात करें तो 14 से 16 अगस्त के बीच हल्की बारिश की संभावना है. अधिकतम तापमान 32.0 व न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. भागलपुर जिले में 14 से 17 अगस्त के बीच आसमान में हल्के बादल छाये रह सकते हैं. 14 से 16 अगस्त के बीच हल्की बारिश या बूंदा बांदी की संभावना है. इस दौरान दक्षिण पश्चिमी हवा चलने की संभावना है. रविवार को शहर व आसपास का अधिकतम तापमान 32.0 व न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस रहा. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर,ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल प्रभारी डॉ सुनील कुमार हवा की औसत गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. तापमान सामान्य रहेगा, किसान भाइयों को सलाह दिया जाता है की इस दौरान कम अवधि वाले धान की रोपाई करें.

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