Loading election data...

बिहार में तेज बारिश के बाद उफान पर नदियां, मैदानी इलाकों में पानी फैलने से बाढ़ की स्थिति, आवागमन प्रभावित..

Flood Update: बिहार में तेज बारिश के बाद एक बार फिर से नदियां उफान पर है. मैदानी इलाकों में पानी फैलने के कारण आवागमन प्रभावित है. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दर्जनों गांव में पानी भर चुका है.

By Sakshi Shiva | October 6, 2023 11:36 AM

Flood Update: बिहार में तेज बारिश के बाद एक बार फिर से नदियां उफान पर है. मैदानी इलाकों में पानी फैलने के कारण आवागमन प्रभावित है. पिछले तीन से चार दिनों से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. झारखंड से बिहार क्षेत्र में उतरे पानी से बाढ़ की स्थिति हो गई है. झारखंड से बिहार आने वाली नदी कोवा, गेरुआ, भैना, घोघा आदि नदियां उफान पर है. मैदानी इलाकों में पानी भर जाने के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. भागलपुर स्थित कहलगांव में दर्जनों गांव में पानी भर गया है. यहां की स्थिति खराब है. यहां तक की गांव के लोगों को अब आवाजाही में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कहलगांव प्रखंड के कैरिया, सौर, जंगलगोपाली. चायटोला, कटोरिया, बंशीपुर समेत कई गांवों की स्थिति खराब है. कहलगांव से झारखंड की ओर जाने वाली एमजीआर रोड पर कई जगहों पर दो से तीन फीट पानी बह रहा है. यहां तक की धान की फसलों को भी नुकसान हो रहा है. बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


बांध की सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर अधिकारी

धान की फसल नदी के पानी से बर्बाद होने लगी है. इस कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. झारखंड समेत बिहार में तेज बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. झारखंड में कई डैम के भरने की भी बात सामने आई है. वहीं, इधर कैमूर में भी नदी ने रौद्र रुप धारण कर लिया है. लगातार वर्षा होने के कारण दुर्गावती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई है. इस कारण गुरुवार को दो लोगों की मौत की भी खबर सामने आई. दुर्गावती जलाशय परियोजना में पानी खतरे के निशान के पार चली गई है. पानी के दवाब के कारण नहर कुछ जगहों पर टूट गई है. नहर का पानी खेतों और क्षेत्र के कई गांवों में घुस गया है. इस कारण ग्रामीणों में दहशत है. ग्रामीणों के साथ- साथ किसानों भी परेशान है. बांध की सुरक्षा को लेकर अधिकारी अलर्ट मोड पर है.

Also Read: बिहार: केके पाठक ने सभी जिलाधिकारियों को लिखा पत्र, शहर के स्कूलों का ब्योरा तलब, जानिए वजह..

वहीं, यूपी बिहार की सीमा सिकरी के पास स्थित कजरादह नदी में पुलिया पर पानी ऊपर की ओर बढ़ रहा है. इस वजह से बनारस जाने वाली बस नहीं जा सकी. यात्री अपने गांव वापस लौट गए. दोनों राज्यों में वाहनों का आवागमन ठप है. इधर लोग काफी परेशान है. नदी का जलस्तर बढ़ने से कई लोगों की डूबकर मौत की खबर भी सामने आई है.

नदी में डूबने से किशोर की मौत

वहीं, बारिश के कारण डूबने की कई घटनाएं सामने आई है. भागलपुर में एक लड़का नदी में डूब गया. यहां दो भाई घर में बिना बताये नदी में नहाने निकल गये. दोनों नदी में डूबने लगे. एक किसी तरह बच कर निकल गया. दूसरा भाई पानी में डूब गया. दोनों छात्र नाथनगर रेलवे फाटक के पास के रहने वाले हैं. डूब गये पांचवीं के छात्र की पहचान पवन साह के बड़े पुत्र पृथ्वी कुमार (12) के रूप में हुई है. दूसरे छात्र की पहचान आकाश कुमार (10) के रूप में हुई है. वह सुरक्षित है. प्रत्यक्षदर्शी छोटे भाई आकाश कुमार ने बताया कि घर से चंपा नदी आकर हम दोनों भाई यहां नहा रहे थे. इसी क्रम में बड़े भाई का पांव ज्यादा गहरे पानी में चला गया. उसे बचाने की भी कोशिश की लेकिन वह तेज धार में बह गया. बाहर निकल कर शोर मचाया तो लोगों की भीड़ जुटी.

Also Read: बिहार में जाति सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, जानिए पूरा मामला..
गोताखोरों की टीम छात्र की तलाश में जुटी

वहीं घटना की सूचना घरवालों को भी हुई. डूबे छात्र के माता-पिता समेत इलाके के दर्जनों लोग चंपानदी घाट किनारे पहुंचे. एसडीआरएफ टीम को चंपानदी पहुंचने में लेट होने की बात कही गयी. इस पर उसके परिजन भड़क गये. नाथनगर थाना पहुंच कर विरोध करने लगे. छात्र के परिजनों को थानेदार महताब खान ने समझा-बुझा कर शांत किया. डूबे छात्र कृष्णा की मां शोभा देवी रो रही थी. लडके की मां ने बताया कि दोनों बेटा घर पर ही कैरमबोर्ड खेल रहे थे. इस दौरान उन्होंने दोनो भाई को घर के बाहर लगे सरकारी बोरिंग से पानी लाने को कहा. किस वक्त ये दोनों भाई घर से निकल कर चंपानदी चले गये, पता भी नही चला. उधर एसडीआरएफ व स्थानीय गोताखोरों की टीम छात्र को खोजने का प्रयास कर रही है.

Next Article

Exit mobile version