बिहार में मानसून सक्रिय होने के बाद कई जिलों में बारिश तेज हो गयी है, जिसके कारण कुछ जिलों में अभी से बाढ का खतरा मंडराने लगा है, ऐसे में बाढ के दौरान राहत बचाव के लिये एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की 16 टीमों को विभिन्न जिलों में तैनात किया गया है. टीम में तैनात सभी जवानों को कोविड के कारण विशेष ट्रेनिंग दी गयी है, ताकि जवान खुद को सुरक्षित रखते हुए बाढ प्रभावित गांव गांव में लोगों तक राहत पहुंचा सकें.
यहां की गयी एनडीआरएफ की तैनाती– बाढ की संभावना को देखते हुए बुधवार को अररिया, सुपौल, दरभंगा किशनगंज, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया पटना जिलों में तैनात किया गया है. बाकी जिलों में जरूरत के हिसाब से जल्दी ही एनडीआरएफ टीमें तैनात कर दी जायेगी.
आपदा प्रबंधन विभाग में बना कंट्रोल रूम– आपदा प्रबंधन विभाग में संभावित बाढ को देखते हुए कंट्रोल रूम भी शुरू किया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा. इसमें आपदा विभाग के अलावे स्वास्थ्य विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएचइडी व पुलिस सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी रहेंगे, जो बाढ प्रभावित जिलों में आयी परेशानियों का निबटारा करेंगे
टीम को दी गयी है बाढ बचाव के लिये विशेष उपकरण– सभी टीमें अत्याधुनिक बांढ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स व उपकरण संचार उपकरण, मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर किट, डीप डाइविंग सेट इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि से लैस है. टीमों में कुशल गोताखोर तैराक और मेडिकल स्टाफ मौजूद हैं, जो कि बाढ़ आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य में लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने में सक्षम है और बचावकर्मी सदैव तत्पर रहेंगे.
एनडीआरएफ बिहटा पटना की 10 टीमों को इस वर्ष मानसून के दौरान संभावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर बिहार राज्य के अलग-अलग जिलों में तैनात किया जा रहा है.
कमांडेंट विजय सिन्हा, एनडीआरएफ
Posted By : Avinish Kumar Mishra