महानंदा नदी खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर, गंगा में उतार-चढ़ाव जारी
कटिहार : पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश होने की वजह से नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि शुरू हो गयी है. पिछले कुछ दिनों से उतार चढ़ाव के बाद महानंदा नदी के जलस्तर में गुरुवार को फिर अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. जबकि गंगा, कोसी, कारी कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव रहा है.
कटिहार : पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश होने की वजह से नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि शुरू हो गयी है. पिछले कुछ दिनों से उतार चढ़ाव के बाद महानंदा नदी के जलस्तर में गुरुवार को फिर अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. जबकि गंगा, कोसी, कारी कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव रहा है. महानंदा नदी 24 घंटे के दौरान करीब 100 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. जलस्तर में वृद्धि होने की वजह से यह नदी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि कुछ स्थानों पर लाल निशान छूने को है. जल स्तर में वृद्धि होने से कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल चुका है. साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.
दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फैला
महानंदा तटबंध के भीतर बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फैल चुका है. कई लोगों के घर में पानी घुस चुका है. ऐसे लोग सड़क किनारे या ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए है. बारिश की वजह से ऐसे लोगों को अत्यधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है. महानंदा नदी के झौआ में पिछले 24 घंटों के दौरान जलस्तर में 85 सेंटीमीटर की वृद्धि हुयी है. जबकि इसी नदी के कुर्सेल में 94 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी के ही बहरखाल एवं धबौल में क्रमशः 84 एवं 73 सेंटीमीटर की वृद्धि हुयी है. यह नदी झौआ में 23 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि आजमनगर में यह नदी 36 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. यह नदी कुर्सेल में 27 सेंटीमीटर एवं धबौल में 24 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि बहरखाल में भी आठ सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. यह नदी दुर्गापुर में 15 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
महानंदा नदी के जलस्तर में उफान
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी झौआ में गुरुवार की सवेरे जलस्तर 31.40 मीटर था, जो छह घंटे बाद दोपहर में बढ़कर जलस्तर 31.63 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 30.95 मीटर था, जो छह घंटे बाद जलस्तर बढ़कर 31.17 मीटर हो गया. आजमनगर में गुरुवार की सवेरे 30.03 मीटर था, दोपहर में बढ़कर 30.25 मीटर हो गया. इसी नदी के धबौल में जलस्तर 29.26 मीटर था, जो छह घंटे बाद जलस्तर 29.50 मीटर हो गया. कुर्सेल में इस नदी का जलस्तर 31.40 मीटर था, जो गुरुवार रात की दोपहर में बढ़कर 31.67 मीटर हो गया. इस नदी का जलस्तर दुर्गापुर में 27.97 मीटर था, जो बढ़कर 28.20 मीटर हो गया. गोविन्दपुर में इस नदी का जल स्तर गुरुवार की 26.51 मीटर था. छह घंटे बाद यानी दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 26.63 मीटर हो गया.
गंगा में उतार चढ़ाव, बरंडी, कोसी व कारी कोसी शांत
कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर गुरुवार को शांत रहा है. जबकि गंगा में उतार चढ़ाव रहा है. गंगा नदी के जलस्तर में रामायणपुर में मामूली वृद्धि दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में गुरुवार की सुबह 25.75 मीटर दर्ज किया गया. दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 25.76 मीटर हो गया है. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 29.03 मीटर दर्ज किया गया था. छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर 29.03 मीटर ही रहा है. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच-31 के डूमर पर गुरुवार की सुबह 30.61 मीटर दर्ज किया गया. छह घंटे बाद दोपहर में जलस्तर 30.61 मीटर ही रहा है.
posted by ashish jha