Bihar Flood: मुजफ्फरपुर के सरैया प्रखंड के रेवा गांव से होकर गुजरने वाली गंडक नदी में वाल्मीकि नगर बैराज से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी से नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है. सोमवार की सुबह तक जलस्तर रेवा घाट स्थित बाबा कामेश्वर नाथ मंदिर के प्रांगण तक पहुंचने से आसपास के गांव के लोगों में हड़कंप मच गया. सीओ सरैया व संबंधित विभागीय अधिकारी नदी के बांधों का निरीक्षण करते हुए जायजा लेते रहे. मामले में पूर्व मुखिया अजय सिंह, गणिनाथ सहनी, लखींद्र साह, मुखिया बिनोद सहनी, गुड्डू सिंह, मुनचुन सिंह आदि ने बताया कि गंडक नदी के जलस्तर में बेतहासा वृद्धि से प्रखंड के रेवा, गोरिगांवा, रतनपुर डीही, सहिलापट्टी, कुकुढ़िया, रामदौली, मड़वापाकर आदि गांवों के किसान काफी प्रभावित हुए है. जलस्तर में वृद्धि से किसानों के लगभग 300 एकड़ में लगी धान व सब्जी की फसल बर्बाद हो गयी. वहीं लोगों में काफी भय व्याप्त है. बांध के समीप स्थित घर के लोग अपने सामानों को सुरक्षित स्थानों पर व्यवस्थित करते दिखे. वहीं, जानकारों के अनुसार रविवार की देर रात से जलस्तर में कमी होने की संभावना है.
साहेबगंज. वाल्मिकी नगर बराज से गंडक नदी में पानी छोड़े जाने के कारण दियारा क्षेत्र के वासुदेवपुर सराय, माधोपुर हजारी, रुपछपड़ा, बंगरा निजामत, पहाड़पुर मनोरथ, हुस्सेपुररती पंचायत के 37 वार्डों के पानी से घिरे जाने के कारण लोगों के बीच रहन-सहन की समस्या खड़ी हो गई है. वहीं, पांच सौ हेक्टेयर में लगी फसले भी बर्बाद हो गयी है. पानी से घिरे लोग तिरहुत तटबंध पर शरण लेने लगे है. मुखिया अमलेश राय, पैक्स अध्यक्ष देवेंद्र सिंह मुखिया के पति विनोद कुमार व जितेंद्र राय ने तटबंध पर शरण लेने वालों के बीच पोलीथीन शीट का वितरण कराने की मांग की.
सीओ संतोष कुमार सुमन ने रविवार को बंगरा निजामत, माधोपुर हजारी, देवसर असली, पहाड़पुर मनोरथ व रुपछपड़ा में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि आवागमन की सुविधा को लेकर आवश्यकतानुसार दर्जन भर नावों की व्यवस्था कर दी गई है. जानकारी के अनुसार, गंडक नदी में पानी छोड़े जाने के कारण दियारा क्षेत्र के एक हजार से अधक घर पानी से घिर गए है. दर्जन भर सड़कों पर पानी चढ़ गया है.