भागलपुर. कोसी-पूर्णियां में एक बार फिर बाढ़ ने दस्तक दे दी है. कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी सहित उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं. इसके कारण तटबंध के अंदर बसे गांवों के साथ ही निचले इलाके में पानी घुस गया है.
सुपौल में नाव नहीं रहने के कारण पीड़ित परिवार अब केला के थंभ का नाव बनाकर अपने को बचाने में लगे हैं या फिर अपनी जान पर खेल कर गहरे पानी में तैर कर खाने पीने का सामान ऊंचे स्थानों पर ले जा रहे हैं.
किसनपुर प्रखंड में कुल आठ पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ने के कारण कई सड़कें जगह-जगह टूट गयी हैं. इसमे सुपौल के पीरगंज-मौजहा मुख्य पथ सड़क कट गया है.
कोसी नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण डगमारा के सिकरहट्टा स्पर संख्या एस (2) से जुड़ी जवाहर योजना के तहत निर्मित बांध पानी के दबाव के कारण 125 फुट कटकर पानी में बह गया. जवाहर योजना बांध के कटे भाग को विलेज प्रोडक्शन राघोपुर को अविलंब कार्य करने का निर्देश दिया गया है.
वहीं सिकरहट्टा-मझारी सुरक्षा बांध व सिकरहट्टा स्पर पर पानी का दबाव बढ़ गया है. सिकटी प्रखंड (अररिया) में नूना नदी में सातवीं बार जल स्तर बढ़ने विकट स्थिति हो गयी है. पानी से एक बार फिर सालगोड़ी, कचना, अंसारी टोला त्रस्त है. कचना से सालगोड़ी व सालगोड़ी से कालू चौक जाने में धारा पर बने चचरी भी डूब गया.
Posted by Ashish Jha