अधवारा समूह की नदियों में ऊफान से परेशानी बढ़ी, आवाजाही के लिए लोगों को नाव का सहारा
विगत चार-पांच दिन लगातार हुई मूसलाधार बारिश से प्रखंड के निचले हिस्से में जलजमाव के कारण कई स्थानों पर लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर हरपुरवा मुख्य सड़क से वनभिरवा टोला जाने में लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.
बाजपट्टी : विगत चार-पांच दिन लगातार हुई मूसलाधार बारिश से प्रखंड के निचले हिस्से में जलजमाव के कारण कई स्थानों पर लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर हरपुरवा मुख्य सड़क से वनभिरवा टोला जाने में लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि गत जुलाई माह में स्थानीय लोगों के सहयोग से चंदा इकट्ठा करके एक पुल बनाया गया था, ताकि लोगों को आवागमन में असुविधा न हो, पर इस बार बारिश में वह पुल भी डूब गया है, जिसके चलते आसपास के गांव के लोगों को आवागमन में काफी कठिनाई हो रही है.
बताया कि वर्ष 2017 में आई भीषण बाढ़ के समय तत्कालीन डीएम डा रंजीत कुमार सिंह इस क्षेत्र का भ्रमण किये थे. उन्होंने भी बताया था कि इस स्थान पर पुल की आवश्यकता है, पर स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को गंभीर नहीं होने के कारण अब तक पुल नहीं बन सका है. स्थानीय विधायक से मिल कर भी इस स्थान पर पुल बनवाने का आग्रह किया गया था. इधर, भारी बारिश व अधवारा समूह की नदियों के ऊफनाने के कारण मधुबन बाजार, मधुबन बसहा, भीखा समेत अन्य गांव के सरेहों में पानी फैल जाने के कारण इस क्षेत्र के किसान काफी चिंतित है. इनका कहना है कि अगर पानी दो-चार दिन और टिक गया तो धान की फसलें बर्बाद हो जायेगी.
श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी के वार्ड पांच में घर से निकलना मुश्किल
सुरसंड. बर्षा थम जाने के बाद प्रखंड के श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी की जलस्तर खतरे के निशान से पांच सेंटीमीटर नीचे बह रही है. बावजूद श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी पंचायत के वार्ड संख्या पांच में संकट बरकार है. प्रत्येक वर्ष बाढ़ का कहर झेल चुके उक्त वार्ड के लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. उक्त वार्ड में जानेवाली एक मात्र पीसीसी सड़क अब भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. नतीजतन भिट्ठामोड़ मुख्य चौक पर जाने के लिए लोगों को दो फुट पानी हेलना पड़ता है.
इधर, शनिवार की देर रात एनएच 104 में कुम्मा डायभारसन पर पानी में अचानक वृद्धि होने से गाड़ियों का परिचालन बंद हो गया है. लोग ट्रैक्टर के सहारे आवाजाही कर रहे हैं. जिला मुख्यालय जानेवाले लोग मार्ग बदलकर कुम्मा से बाजपट्टी होते हुए 15 किलोमीटर की अधिक दूरी तय कर अपना सफर तय करने को विवश हैं. वहीं बथनाहा से करड़वाना कोरियाही गांव जानेवाली ग्रामीण सड़क के पुनः क्षतिग्रस्त हो जाने से लोगों का मार्ग अवरुद्ध हो गया है. विधायक प्रतिनिधि सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि गत बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए उक्त पथ का कुछ ही दिनों पूर्व विभाग द्वारा मरम्मत कराया गया था.
posted by ashish jha