बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार को बहुमत साबित करना है. सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर सूबे की राजनीति गरमायी रही. सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने विधायकों को मजबूती से एकजुट करने में जुटी रही. रविवार की देर रात के बाद सोमवार की सुबह भी सभी दलों के अंदर गहमागहमी तेज दिखी. वहीं विधानसभा के अंदर ऐसी स्थिति भी बनी जब जदयू के एक विधायक को विपक्ष के विधायक अपनी ओर रोक रहे थे. लेकिन जदयू के दूसरे विधायक उन्हें अपने साथ लेकर जाने लगे. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक भी हुई.
सोमवार को सभी दलों के विधायक बहुमत परीक्षण के लिए विधानसभा पहुंचे. सियासी अटकलों का दौर सोमवार को भी जारी ही रहा. एनडीए बहुमत साबित कर पाएगा या नहीं. इसे लेकर दोनों पक्षों की ओर से अपने-अपने दावे जारी रहे. वहीं जदयू में एकजुटता को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा चलती रही. इस बीच जब विधायक सदन में अपना-अपना स्थान ग्रहण कर रहे थे. उस बीच जदयू विधायक सुदर्शन कुमार को लेकर दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हो गयी.
दरअसल, जदयू विधायक सुदर्शन कुमार सदन में विपक्ष की खेमे के रास्ते से आ रहे थे. इस दौरान उन्हें विपक्ष के कुछ विधायकों ने रोकने का प्रयास किया. जिसके बाद जदयू के विधायक पंकज मिश्र बीच में आए और सुदर्शन कुमार को लेकर सत्ता पक्ष की सीट की ओर लेकर जाने लगे. इस दौरान दोनों पक्षों के विधायकों में नोकझोंक भी देखी गयी. बता दें कि जदयू विधायक सुदर्शन कुमार को लेकर भी कयासों का बाजार गरमाया रहा था.
बताते चलें कि रविवार को जदयू ने विधायक दल की बैठक की थी. पटना में मंत्री विजय चौधरी के आवास पर यह बैठक आयोजित की गयी थी. इस बैठक में जदयू के कुछ विधायक शामिल नहीं हो सके थे. जिसके बाद तरह-तरह की चर्चा सियासी गलियारे में चल रही थी. वहीं सोमवार को विधानसभा जाने से पहले जदयू के तमाम विधायक एक होटल में एकजुट हुए. इस दौरान कुछ ऐसे विधायक भी अपने खेमे में शामिल हुए जो रविवार की बैठक में मौजूद नहीं थे. इन विधायकों में एक सुदर्शन कुमार भी थे. सोमवार को सुदर्शन कुमार जदयू के खेमे में सशरीर शामिल हो गए थे.