आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम: बिहार के 61 पिछड़े प्रखंडों के विकास पर रहेगा फोकस, इन प्रखंडों का किया गया चयन
बिहार के 27 जिलों में से 61 प्रखंड का चयन किया गया है. राज्य के 13 आकांक्षी जिलों (एडी) के भी प्रखंडों का चयन इस कार्यक्रम के तहत किया गया है. आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी योजना विकास विभाग को दिया गया है.
बिहार के 27 जिलों के पिछड़े 61 प्रखंडों के सर्वांगीण विकास के लिए पर केंद्र राज्य सरकार की मदद से विशेष कार्यक्रम चलायेगी. इन प्रखंडों का चयन केंद्र की आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत किया गया है. विकास के कई पैमानों पर पिछड़े इन प्रखंडों को विकसित प्रखंडों की श्रेणी में लाने का प्रयास किया जायेगा. शुरुआती दौर में इन प्रखंडों में स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास जैसे इंडीकेटर पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. इन जिलों के लिए केंद्र से अतिरिक्त फंड का भी प्रबंधन किया जायेगा.
प्रखंडों की होगी रैंकिंग
प्रखंडों की रैंकिंग की जायेगी ताकि उनमें आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा बढ़ सके. बिहार के 27 जिलों में से 61 प्रखंड का चयन किया गया है. राज्य के 13 आकांक्षी जिलों (एडी) के भी प्रखंडों का चयन इस कार्यक्रम के तहत किया गया है. जिलों में भागलपुर और कैमूर जिलों के सर्वाधिक पांच-पांच करके के 10 प्रखंड, बेगूसराय के चार, मुंगेर के चार, जमुई के चार, औरंगाबाद और गया के चार-चार प्रखंड हैं. वहीं भोजपुर, कटिहार और बांका के तीन-तीन प्रखंड का नाम शामिल हैं.
प्रखंड के चयन के लिए प्रति व्यक्ति आय और जनसंख्या को बनाया आधार
विकास के कई पैमाने पर पिछड़े प्रखंडों को आगे लाने के लिए शुरू किये गये आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत प्रखंडों का चयन के लिए नीति आयोग ने एक मानक तय किया है. प्रखंडों का चयन करने के लिए नीति आयोग ने प्रति व्यक्ति आय और जनसंख्या को आधार बनाया है, जिसमें प्रति व्यक्ति आय को 75 फीसदी और जनसंख्या को 25 फीसदी का वेटेज दिया गया है. इसी वेटेज के आधार पर अलग-अलग राज्यों से प्रखंड का चयन किया गया है.
योजना विकास विभाग को बनाया गया है नोडल एजेंसी
आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी योजना विकास विभाग को दिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार ने योजना विकास विभाग को नोडल एजेंसी बनाया है. आने वाले दिनों में विभाग कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर चयनित सभी प्रखंडों को भेजेगा.
प्रखंडों को सर्वांगीण विकास होगा
योजना विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुणीश चावला ने कहा कि आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत प्रखंडों को सर्वांगीण विकास होगा. नीति आयोग एक पैमाना बनाकर राज्यों से प्रखंड का चयन किया है. उत्तर प्रदेश के बाद बिहार से सबसे अधिक प्रखंडों का चयन किया गया है.
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इन प्रखंडों का हुआ चयन
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जिला- चयनित प्रखंड
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बेगूसराय (एडी) – भगवानपुर, मंशूरचक, कुरहा, तेघड़ा
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पूर्वी चंपारण – केसरिया, कल्याणपुर
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भोजपुर – संदेश, साहपुर, बीहियां
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कटिहार (एडी) – मनिहारी, कुर्सेला, बलरामपुर
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भागलपुर – सुल्तानगंज, जगदीशपुर, सन्हौला, पीरपैंती, सबौर
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मधेपुरा – चौसा
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कैमूर – रामपुर, रामगढ़, कुंद्रा, भगवानपुर, चांद
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मुंगेर – धरहरा, बरियारपुर, जमालपुर, तारापुर
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जमूई (एडी) – बरहट, लक्ष्मीपुर, खैरा, सोना
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वैशाली – लालगंज
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गोपालगंज – उचक्र गांव
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औरंगाबाद (एडी) – कुटुंबा,मदरनपुर,नवीनगर,देव
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लखीसराय (एडी) – सुरजगढ़ा
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बक्सर – चक्की, ब्रह्मपुर
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गया (एडी) – वजीरगंज, कोंच, इमामगंज, फतेहपुर
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पूर्णिया (एडी) – बैसी, श्रीनागपुर
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बांका (एडी) – चांदन, शंभूगंज, कटोरिया
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नवादा (एडी) – पकड़ी बरावन
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रोहतास – काशीचक
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समस्तीपुर – हसनपुर, खानपुर
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सीतामढ़ी – बरगैनिया
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मुजफ्फरपुर (एडी) – मुशहरिया
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खगड़िया (एडी)- परबता
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अररिया (एडी)- पलासी
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शेखपुरा (एडी)- शेखपुरा सराय
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सीवान – अंदार
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सुपौल – बसंतपुर
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कुल जिला- 27 कुल प्रखंड -61