राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू प्रसाद की जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. झारखंड उच्च न्यायालय ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े चार मामलों में जमानत दे दी थी. उच्च न्यायालय के इस फैसले के खिलाफ सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
चारा घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव को झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा दी गई जमानत को चुनौती देने वाली सीबीआई की याचिका को सूचीबद्ध करने पर सहमत हो गया है. इस याचिका पर 25 अगस्त को सुनवाई होगी. बताते चलें कि चारा घोटाले से जुड़े चार मामले में आरजेडी प्रमुख लालू यादव को झारखंड उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी. सीबीआई ने आज उच्च न्यायालय के इन सभी आदेशों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
बताते चलें कि करोड़ों रुपये के चारा घोटाले के सिलसिले में लालू प्रसाद अभी जमानत पर हैं. झारखंड उच्च न्यायालय ने उन्हें अप्रैल 2022 में जमानत दी थी. सीबीआई की ओर से इसी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर 25 अगस्त को सुनवाई होने की संभावना है. लालू यादव जमानत पर बाहर आने के बाद किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर गए थे. वहां उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपना किडनी डोनेट किया था. जिससे आरजेडी मुखिया की सफल सर्जरी हुई थी. इसके बाद वो दिल्ली वापस लौटे थे. फिलहाल लालू यादव पटना में हैं और पहले से काफी फिट नजर आ रहे हैं. कुछ दिन पहले शिवानंद तिवारी के साथ पटना के जेपी पथ भी वे गए थे.
सीबीआई की ओर से चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव की जमानत रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इसपर लालू प्रसाद के छोटे बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि चारा घोटाला मामले में लालू को झारखंड उच्च न्यायालय ने 22 अप्रैल 2022 जमानत पर रिहा किया था. उन्हें खराब स्वास्थ्य के कारण कोर्ट से बेल मिला था. उन्होंने कहा कि कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे और जीतेंगे भी. उन्होंने आगे कहा कि हम लोग इससे परेशान नहीं हैं. वे हमें कितना भी परेशान करें, कुछ नहीं होगा. हम एकदम स्पष्ट है कि हमें क्या करना है. कोई भी उनसे डरने वाला नहीं है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.