Food Poisoning: खाने के शौकिन हैं तो इन दिनों जरा सोच समझ कर खाएं,रोहतास में जलेबी-समोसा खाने से 60 बीमार
सावन माह पर्व को लेकर बहुत ही खास होता है. लेकिन इन दिनों खाने- पीने को लेकर भी सावधानी बरतने की भी जरूरत होती है. बारिश के साथ - साथ मिठाई दुकान वाले इन दिनों पर्व को देखते हुए मिलावटी खाद्य सामग्री से मिठाई बनाते हैं. वहीं, रोहतास में फूड प्वॉयजनिंग से 60 लोग बीमार हो गए.
रोहतास. जिले के करगहर थाना क्षेत्र स्थित खनेठी गांव में मंगलवार की रात 60 से अधिक लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. बीमार लोगों ने गांव में ही नाश्ते की दुकान पर शाम में जलेबी-समोसा खाया था. देर रात सभी फूड प्वॉयजनिंग के शिकार हुए.सबको आनन-फानन में करगहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लाया गया. वहां प्राथमिक इलाज के बाद सासाराम सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
जलेबी- समोसा खाने से हुए बीमार
बीमार लोगों का इलाज जिले के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. कुछ को बेहतर इलाज के लिए जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल और बनारस भी ले जाया गया है. जानकारी के अनुसार, खनेठी गांव में नारायण कुशवाहा नामक व्यक्ति की चाय-नाश्ते की दुकान है. वहां ग्रामीणों ने मंगलवार की शाम जलेबी और समोसा खाया था. देर रात कुछ लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गयी.
फूड प्वॉयजनिंग का है मामला
खनेठी गांव में समोसा-जलेबी खाने से 60 से अधिक लोगों के बीमार पड़ने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अनिल कुमार ने कहा कि मिलावटी खाद्य सामग्री फूड प्वॉयजनिंग का कारण बनती है. वहीं, बगैर मिलावट वाली खाद्य सामग्री को अगर साफ सफाई वाली जगह पर नहीं रखा जाये, तो उससे भी विषाक्त बैक्टीरिया का संक्रमण होता है.जिससे फूड प्वॉयजनिंग की आशंका बढ़ जाती है.
सासाराम सदर अस्पताल रेफर
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि फूड प्वॉयजनिंग के शिकार लोगों को इलाज के लिए लाया गया. सासाराम, कोचस, दिनारा, आदि स्वास्थ्य केंद्रों से एंबुलेंस बुलायी गयी. जिनकी स्थिति गंभीर थी, उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद सासाराम सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. पुलिस के वाहन से भी कुछ मरीजों को रेफर किया गया. उन्होंने बताया कि उल्टी-दस्त के अलावा चक्कर, मिचली, हाथ-पैर सुन्न और आंख से दिखाई न देने की शिकायतें थीं.