बिहार सरकार पर फिर बिफरे पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह, बोले- ‘बिहार गरीब किसान और बदहाल खेती का मॉडल’
Bihar Politics: पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि कृषि क्षेत्र में पूरे देश में पंजाब और बिहार दो मॉडल हैं. पंजाब उन्नत खेती और खुशहाल किसान कृषि का प्रतीक है. बिहार गरीब किसान और बदहाल खेती का मॉडल है.
पटना: पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि कृषि क्षेत्र में पूरे देश में पंजाब और बिहार दो मॉडल हैं. पंजाब उन्नत खेती और खुशहाल किसान कृषि का प्रतीक है. बिहार गरीब किसान और बदहाल खेती का मॉडल है.
विधान सभा के आगामी सत्र लाया जाएगा बिल
किसानों की बेहतरी के लिये वे विधान सभा के आगामी सत्र में निजी बिल ला रहे हैं. बिल को कृषि उपज और पशुधन विपणन एवं मंडी स्थापना नाम दिया है. पूर्व मंत्री ने मंगलवार को अपने आवास पर प्रेस कान्फ्रेंस कर यह जानकारी दी. कहा कि, बिल को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव की सहमति ली जा चुकी है.
विधायक और जनता से मांगा सुझाव और सहयोग
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी मंडी स्थापना आदि प्रस्तावों पर चर्चा हुई थी. बिल के समर्थन में वह बिहार की यात्रा शुरू कर रहे हैं. सभी विधायक और जनता से भी सुझाव और सहयोग मांगा है. दावा किया है कि बिहार में मंडी एक्ट खत्म हो जाने से राज्य को प्रत्येक साल डेढ़ लाख करोड़ का नुकसान हो रहा है.
‘किसानों को बाजार उपलब्ध नहीं करा सकी सरकार’
धान और गेहूं की उत्पादन और विपणन में ही 50 हजार करोड़ का नुकसान है. दावा किया कि 44 साल बाद कोई विधायक कृषि व्यवस्था में बदलाव को लेकर प्राइवेट बिल ला रहा है. सुधाकर सिंह ने कहा कि सरकार 16 साल में भी किसानों को बाजार उपलब्ध नहीं करा पायी है.