पटना. बिहार के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को नीतीश कुमार ने नयी जिम्मेदारी सौंपी है. डीजीपी के तौर पर हमेशा विवादों में रहे सिंघल को नीतीश कुमार का काफी करीबी माना जाता है. पिछले साल 19 दिसंबर को बिहार के तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल सेवानिवृत हो गए थे. भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के अधिकारी संजीव कुमार सिंघल को बिहार सरकार ने केंद्रीय चयन पर्षद, बिहार का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है. बिहार सरकार ने तीन वर्षों के लिए एसके सिंघल को केंद्रीय चयन पर्षद, बिहार का अध्यक्ष नियुक्त किया है. बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गयी है.
बिहार सरकार ने एसके सिंघल के सेवानिवृत होने के बाद 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी को बिहार का नया डीजीपी बनाया था. रिटायरमेंट के बाद उन्हें किसी लाभ के पद पर नियुक्ति की बात कही जा रही थी. ऐसे में अब केंद्रीय चयन पर्षद, बिहार के अध्यक्ष केएस द्विवेदी का कार्यकाल आने वाले 20 जनवरी को पूरा हो रहा है. केएस द्विवेदी का कार्यकाल खत्म होने के बाद पूर्व डीजीपी एसके सिंघल केंद्रीय चयन पर्षद, बिहार के अध्यक्ष की कुर्सी संभालेंगे. केंद्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष के रूप में एसके सिंघल को सरकारी प्रावधानों के अनुसार वेतन और सारी सुविधाएं मिलती रहेंगी.
अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल के ऊपर कई आरोप भी लगे थे. पटना हाईकोर्ट का फर्जी जज बनकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन करने का मामला सामने आने के बाद सरकार की खूब फजीहत हुई थी. उस वक्त कार्रवाई की बात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि सिंघल का कार्यकाल अब कुछ दिन ही बचा है. हालांकि, अब सरकार ने एसके सिंघल को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेवारी सौंप दी है.