पटना. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का निधन हो गया है. नरेंद्र सिंह के निधन की खबर सुनने के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गयी है. बिहार के कृषि मंत्री रह चुके नरेंद्र सिंह राजनीतिक समीकरण साधने के माहिर राजनीतिज्ञों में से एक थे. उनके बेटे सुमित सिंह फिलहाल नीतीश कैबिनेट के मंत्री हैं. नरेंद्र सिंह पिछले कुछ वक्त से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज पटना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था. इसी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र सिंह के निधन पर शोक जताते हुए इसे व्यक्तिगत क्षति बताया है.
बिहार के जमुई जिले से आने वाले नरेंद्र सिंह जेपी आंदोलन के वक्त से राजनीति में सक्रिय हुए. लालू प्रसाद यादव से लेकर नीतीश कुमार तक के साथ उन्होंने सियासत की. नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में वह मंत्री भी बने, लेकिन बाद में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ चले गये. हालांकि नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित सिंह निर्दलीय चुनाव जीतने के बावजूद नीतीश कैबिनेट में मंत्री बने.
पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से नरेंद्र सिंह अपनी राजनीतिक पारी को विराम देने लगे थे. पिछले कुछ अर्से से उनकी तबीयत खराब थी, जिसके बाद उन्हें पटना के एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया गया था, यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली है. पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर 11:30 बजे बिहार विधानसभा लाया जाएगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित पार्टी के कई बड़े नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नरेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. नरेंद्र सिंह को एक राजनैतिक योद्धा बताते हुए जीतन राम मांझी ने कहा है कि उनकी कमी बिहार के राजनीतिक जगत को हमेशा खलेगी. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह जी के निधन को दुखद बताते हुए उनके निधन पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह जी का निधन दुःखद है. उन्होंने कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.