औरंगाबाद. क्या सचमुच में बिहार पुलिस आम लोगों के शिकायतों की सुनवाई नहीं कर रही है. क्या नेता, सामाजिक कार्यकर्ता या फिर आम आदमी की कोई सुनने को तैयार नहीं है. वैसे ऐसी शिकायतें भी लगातार सुर्खियों में है. लोगों का कहना है कि जब वरीय पदाधिकारी फोन ही नहीं उठायेंगे, तो फिर आखिर मुसीबत में जनता का क्या हाल होगा. ऐसा ही मामला औरंगाबाद में सोमवार को देखने को मिला, जब दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर व पुलिस विभाग के कई वरीय पदों को सुशोभित कर सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आये केरल व नागालैंड के पूर्व राज्यपाल रह चुके औरंगाबाद के पूर्व सांसद निखिल कुमार एसडीपीओ से मिलने पहुंचे.
जनता ने पूर्व राज्यपाल से पुलिस पदाधिकारी से बात करने का किया था आग्रह
हुआ कुछ यूं कि सोमवार को विभिन्न मुहल्ले में घटित चोरी की घटना का उद्भेदन न होने और पुलिसिया व्यवहार एवं उनकी कार्यशैली से अजीज आ चुके लोगों ने पूर्व राज्यपाल के आवास पर जाकर अपनी बातें रखी. लगातार बढ़ रही चोरी की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इस पर लगाम लगाने के लिए पुलिस पदाधिकारी से बात करने का आग्रह किया.
एसडीपीओ स्वीटी सहरावत ने नहीं उठाया पूर्व राज्यपाल का फोन
स्थानीय लोगों की समस्या सुनकर पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने अपने पीए योगेंद्र बाबू को सदर एसडीपीओ स्वीटी सहरावत को फोन मिलाने को कहा. आरोप है कि फोन मिलाने पर दो बार रिंग होने के बाद एसडीपीओ ने फोन नहीं उठाया, फिर पूर्व राज्यपाल ने खुद अपने मोबाइल से एसडीपीओ को कॉल लगाया, लेकिन उनके रिंग होने के बाद एसडीपीओ ने उसे भी काट दिया. अंत में पूर्व राज्यपाल पैदल ही एसडीपीओ के आवास पहुंच गये. जहां उन्हें यह कहा गया कि मैडम आवास पर किसी से नहीं मिलती, इसलिए कार्यालय जाये तो बेहतर होगा.
गुस्से में एसडीपीओ के आवास के बाहर ही खड़े रहे पूर्व राज्यपाल
एसडीपीओ के गार्ड का जवाब सुनकर पूर्व राज्यपाल को वहीं आवास के बाहर खड़ा रहना पड़ा, जिसे औरंगाबाद के डीडीसी अभ्येंद्र मोहन सिंह ने देख लिया और वहां पहुंचे और अपने आवास पर चलकर बैठने का आग्रह किया. लेकिन, पूर्व राज्यपाल इतने गुस्से में थे कि वह काफी देर तक एसडीपीओ के आवास के बाहर ही खड़े रहे. अंतत: एसडीपीओ बाहर निकली और बातचीत की.
एसडीपीओ: आवास में हम किसी से नही मिलते हैं…
एसडीपीओ ने कहा कि वे आवास पर किसी से नहीं मिलती. तब पूर्व राज्यपाल ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा क्यों नहीं मिलेंगी आप?. आपको सबसे मिलना है. पूर्व राज्यपाल ने उन्हें पुलिस मैन्युअल की याद दिलायी. पूर्व राज्यपाल ने शहर में बढ़ रही चोरी की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया.
रात में नहीं दिखती पुलिस की गश्ती
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि कहीं भी पुलिस की गश्ती रात में नहीं दिखती है, आपलोग क्या पेट्रोलिंग करती है. एसडीपीओ द्वारा दिये गये किसी जवाब पर पूर्व राज्यपाल संतुष्ट नहीं हुए और उनके किये गये वार्ताओं पर दुख प्रकट किया. साथ ही साथ उन्हें पुलिसिया रूल और रेगुलेशन की भी जानकारी दी. पूर्व राज्यपाल के साथ एसडीपीओ द्वारा किये गये इस बर्ताव की शहर में चर्चा होती रही. बातचीत का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है.
क्या बोली एसडीपीओ
इधर एसडीपीओ ने बताया कि फोन काटने व प्रोटोकॉल उल्लंघन की बात बेबुनियाद है. वे अचानक उनके आवास पर पहुंच गये. वर्ष 2022 में चोरी घटना के उदभदेन पर उनसे चर्चा हुई. उन्हें आश्वस्त किया गया कि पुलिस अपना काम कर रही है. अपराधियों पर उनकी नजर है. उनके पीए द्वारा फोन किया गया, लेकिन उनसे नेटवर्क बेहतर नहीं होने की वजह से बातचीत नहीं हुई.