Bihar News: बिहार की राजनीति में फिर एक नेता पर कलंक लगा है. इस बार राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री शासनकाल में मंत्री रहे रविंद्र नाथ मिश्र दागी करार दिए गए हैं. हत्या के एक मामले में अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है. छपरा के एमपी एमएलए कोर्ट ने ये बड़ा फैसला सुनाया है. चुनाव के दौरान हिंसा में एक महिला की मौत मामले में रविंद्र नाथ मिश्र को दोषी करार दिया गया है. जबकि इसी मामले में पूर्व मंत्री के भाई हरेंद्र मिश्रा को सबूत के अभाव में बरी कर दिया गया.
रविंद्र मिश्र को वर्ष 1990 के विधानसभा चुनाव के दौरान बूथ पर हुई हिंसा के मामले में ये सजा मिली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव के दौरान बूथ पर दो गुटों में हिंसक झड़प हो गयी थी. बताया जाता है कि बूथ लूटने से जुड़ा ये वाक्या है. इसी दौरान फायरिंग भी की गयी थी जिसमें एक मौत हो गयी थी. इस मामले को लेकर पीठासीन पदाधिकारी व पोलिंग एजेंट की ओर से केस दर्ज कराया गया था.
पीठासीन पदाधिकारी ने तो इस मामले में किसी को पहचानने से इंकार कर दिया था लेकिन पोलिंग एजेंट ने पूर्व मंत्री व निर्दलीय उम्मीदवार रविन्द्र नाथ मिश्र और उनके छोटे भाई हरेंद्र मिश्र समेत कई अन्य लोगों को इस घटना का कसूरवार बताते हुए केस दर्ज कराया था.
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राबड़ी देवी के सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे रविंद्र मिश्र तब निर्दलीय जीते थे जबकि बाद में कांग्रेस में शामिल हुए. वहीं अब उनकी मुश्किलें बढ़ गयी है. कोर्ट के द्वारा उन्हें हत्या मामले में दोषी करार दे दिया गया है. अब उन्हें सजा का एलान होगा. जबकि उनके पास भी अभी कानूनी अधिकार बचा हुआ है वो उपरी अदालत की ओर भी जा सकते हैं. वहीं रविंद्र मिश्र 30 साल बाद इस हत्याकांड में दोषी करार दिए जाने से मुश्किलों में घिर गए हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan