पटना. पूर्व सांसद मीना सिंह भाजपा में शामिल हो गयी हैं. रविवार को अपने समर्थकों के साथ उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है. पटना के ज्ञान भवन में आयोजित मिलन समारोह में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी गयी. उपेंद्र कुशवाहा के बाद पूर्व सांसद मीना सिंह ने भी जदयू को छोड़ दिया था. जदयू छोड़ने के बाद मीना सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है. इसके बाद से बिहार में पुराने दौर की वापसी नजर आ रही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पूर्व सांसद मीना सिंह और विशाल सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलायी. पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सांसद मीना सिंह ने कहा कि दो साल से जदयू के कार्यक्रम में उन्हें बुलाया तक नहीं जा रहा था. आज इतनी भारी संख्या में जो समर्थक हैं, यही मेरी ताकत हैं यही मेरी कमाई है. मीना सिंह रोहतास के बिक्रमगंज लोकसभा सीट और आरा संसदीय क्षेत्र से दो बार जदयू से सांसद रही हैं. मीना सिंह ने तीन मार्च को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वह रविवार को भाजपा में शामिल हो गई हैं. उन्होंने कहा कि आज बिहार की जनता डरी हुई है, यदि जदयू इसके बाद भी राजद के साथ रहा तो जनता के साथ नाइंसाफी होगी.
मीना सिंह का जदयू छोड़कर भाजपा में जाना पार्टी के लिए कितना नुकसानदेह होगा यह तो चुनाव ही बतायेगा. मीना सिंह के जाने से आरा- रोहतास में राजपूत वोटर प्रभावित हो सकता है. मीना सिंह ने पति अजीत सिंह की मौत के बाद जनता दल यूनाईटेड की टिकट पर बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से 2008 का उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की थीं. 2009 में 15वीं लोकसभा में भी वो आरा से जेडीयू की टिकट पर जीती थीं. हालांकि 2014 के लोकसभा में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. मीना सिंह के पति 2004 में बिक्रमगंज लोकसभा सीट से सांसद बने थे.