Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भूतपूर्व पीएम और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को है. उनकी जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. कवि हृदय, शानदार वक्ता अटल बिहारी वाजपेयी जी ने एक जननायक के रूप में देश की राजनीति पर काफी असर छोड़ा है. यही वजह रही कि उनके गुजरने के बाद भी उनके नाम के साथ ‘जी’ का संबोधन लगाया जाता है. अटल जी के जन्मदिन पर उनकी बिहार से जुड़ी यादों का जिक्र करना बेहद जरूरी है.
बिहार को अटल बिहारी वाजपेयी ने कई सौगातें दी थी. अटल बिहारी वाजपेयी ने ही बिहार की प्रमुख भाषा मैथिली को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया था. साल 2003 में ही मैथिली भाषा को यह सम्मान दिया गया. उस दौरान वाजपेयी जी ने कहा था- ‘मैथिली भाषा इसकी वास्तविक हकदार थी. उन्होंने बिहार की चिर-प्रतीक्षित मांग पूरी की है.’ देश के पीएम बनने से पहले भी वाजपेयी जी कई मौकों पर बिहार आ चुके थे. उनकी दाउदनगर यात्रा आज भी लोगों को अच्छी तरह से याद है.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी 1977 में औरंगाबाद के दाउदनगर आए थे. फरवरी 1977 में वाजपेयी जी दाउदनगर पहुंचे थे. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग वाजपेयी जी के स्वागत के लिए पहुंचे. मोहम्मद अयूब अंसारी ने उन्हें माला पहनाई और फोटो भी लेने लगे. इस पर वाजपेयी जी ने कहा- ‘माला भी पहना रहे, फोटो भी ले रहे, आप कमाल हैं.’ वाजपेयी जी की हाजिर जवाबी पर मोहम्मद अयूब अंसारी झेंप गए थे. मौके पर मौजूद लोग भी मुस्कुरा उठे थे. तीस मिनट के बाद वाजपेयी जी दाउदनगर से लौट गए थे. उनकी छोटी यात्रा हमेशा के लिए यहां के लोगों के दिलो-दिमाग में कैद होकर रह गई.
वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए बिहार को कई सौगातें दी थी. इसमें कोसी महासेतु, कोसी रेल पुल, मुंगेर में गंगा पर पुल, दीघा-सोनपुर गंगा पुल, हरनौत रेल कारखाना, राजगीर आयुध फैक्ट्री, ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर शामिल है. बता दें 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन पर पीएम नरेंद्र मोदी देश के 9 करोड़ किसानों को संबोधित करने जा रहे हैं. इस खास कार्यक्रम में 9 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 18,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे.
Posted : Abhishek.