बिहार में पूर्ववर्ती छात्र अब अपने स्कूलों को दे सकेंगे दान, विद्यांजलि पोर्टल से जुड़े 9770 सरकारी स्कूल
विद्यांजलि पोर्टल 2.0 कार्यक्रम के जरिये देश और विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोग बिहार के सरकारी स्कूलों को दान व उनकी बेहतरी में दूसरी तरह से योगदान भी दे सकेंगे. नयी शिक्षा नीति के तहत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से विकसित किये गये इस पोर्टल पर बिहार के अभी तक 9770 स्कूल नामांकित हो चुके हैं.
पटना. विद्यांजलि पोर्टल 2.0 कार्यक्रम के जरिये देश और विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोग बिहार के सरकारी स्कूलों को दान व उनकी बेहतरी में दूसरी तरह से योगदान भी दे सकेंगे. नयी शिक्षा नीति के तहत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से विकसित किये गये इस पोर्टल पर बिहार के अभी तक 9770 स्कूल नामांकित हो चुके हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा है कि जल्दी से जल्दी सभी स्कूलों का पंजीयन इस पोर्टल पर करा दें.
दे सकता है बेहतरी के लिए सुझाव
विद्यांजलि पोर्टल से जुड़ कर कोई भी व्यक्ति या संगठन विद्यालय की बेहतरी के लिए सुझाव दे सकता है. साथ ही वे बिना किसी शुल्क के सरकारी और सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों को कोई परिसंपत्ति,सामग्री और उपकरण प्रदान कर सकता है. साथ ही किसी अन्य को प्रोत्साहित भी कर सकता है. इस कार्यक्रम से कोई भी समुदाय और स्वयं सेवक जुड़ सकते हैं.
31 जुलाई तक सभी सरकारी स्कूलों को जोड़ा जायेगा
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी विभागीय पदाधिकारियों को हिदायत दी है कि 31 जुलाई तक सभी सरकारी और गैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को विद्यांजलि पोर्टल से जोड़ दिया जाये. साथ ही विभागीय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि इस कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया जाये. ताकि सहभागिता सुनिश्चित की जा सके.
आवश्यकताओं का आकलन
विद्यालयों की स्कूल प्रबंधन समिति और विकास समिति की 31 अगस्त को होने वाली बैठक में प्रत्येक विद्यालय की आवश्यकताओं का आकलन किया जायेगा. साथ ही इन सारी जरूरतों को पोर्टल पर अपलोड कर दिया जायेगा. इसके बाद विद्यालय की जरूरत के मुताबिक लोग अपना योगदान दे सकेंगे.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.