सहेलियों के साथ नहर में नहाने गयी चार बच्चियों की डूबने से मौत
शंभुगंज (बांका) : शंभुगंज थाना क्षेत्र के कामतपुर पंचायत अंतर्गत घोषपुर गांव के समीप करमा-धरमा पर्व को लेकर मंगिया बांध के केनाल में स्नान करने गयी चार बच्चियों की डूबने से मौत हो गयी. घटना मंगलवार की सुबह आठ बजे की है.
शंभुगंज (बांका) : शंभुगंज थाना क्षेत्र के कामतपुर पंचायत अंतर्गत घोषपुर गांव के समीप करमा-धरमा पर्व को लेकर मंगिया बांध के केनाल में स्नान करने गयी चार बच्चियों की डूबने से मौत हो गयी. घटना मंगलवार की सुबह आठ बजे की है. अपने भाई की सलामती के लिए पर्व कर रही इन चार बच्चियों की मौत से इलाके में मातम है. परिजनों में हाहाकार मचा हुआ है. ग्रामीणों की सजगता से एक दर्जन बच्चियों की जान बचा ली गयी.
सभी मृत बच्चियों की उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच
मृतकों में प्रमोद यादव की पुत्री नेहा कुमारी (12), दिनेश यादव की पुत्री ताप्ति कुमारी (12), गोरेलाल पोद्दार की पुत्री नीलू कुमारी (10) व अरुण पोद्दार की पुत्री सविता कुमारी (10) शामिल है . सभी बच्चियां मध्य विद्यालय घोषपुर की छात्रा थीं. इसमें नेहा कुमारी व ताप्ति कुमारी सातवीं कक्षा की छात्रा थी. नीलू कुमारी छठी व सविता कुमारी पांचवीं वर्ग में पढ़ती थी.
बच्चियां अपनी सहेलियों के साथ केनाल में गयी थीं नहाने
घटना के बाद एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव, सीओ अशोक कुमार सिंह, थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद गांव पहुंचे. सभी मृत बच्चियों के शव का पोस्टमार्टम बांका सदर अस्पताल में कराया गया. सीओ ने पीड़ित परिजनों को आपदा प्रबंधन के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता देने की बात कही.
ट्यूशन पढ़ आयी थीं सभी सहेलियां
मंगलवार को चारों बच्चियां सुबह गांव में ही ट्यूशन पढ़ने गयी थीं. वहां से घर आने के बाद करमा-धरमा पर्व के नहाय-खाय को लेकर गांव की करीब पांच दर्जन बच्चियां समूह बनाकर गांव से दक्षिण करीब दो सौ मीटर दूर स्नान करने मंगिया बांध के समीप पहुंची. वहां नहाने के दौरान सबसे पहले ताप्ति कुमारी व सविता कुमारी गहरे पानी में चली गयीं.
एक दर्जन बच्चियों को बाहर निकाला
सहेली को डूबते देख नेहा व नीलू भी बचाने कूद गयी. यह देख अन्य सहेलियों ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया. आवाज सुन बांध के समीप बहियार में काम कर रहे किसान वहां पहुंचे और डूब रही अन्नू कुमारी, मौसम कुमारी, साक्षी कुमारी, सोनाली कुमारी सहित एक दर्जन बच्चियों को बाहर निकाला. घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया. करमा-धरमा की खुशी पल भर में ही गम में तब्दील हो गयी.
posted by ashish jha