पटना. महागठबंधन सरकार की नयी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने को लेकर जदयू के चार विधायकों ने नाराजगी जतायी है. इनमें परवत्ता के विधायक डा संजीव कुमार,रून्नी सैदपुर विधानसभा क्षेत्र के पंकज मिश्रा, बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के सुदर्शन कुमार और बेगूसराय जिले के मटिहानी के विधायक राज कुमार सिंह के नाम लिये जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक इन लोगों ने मंगलवार को अपने विरोध स्वरूप मंत्रिमंडल शपथ समारोह से दूरी बनायी. यहां तक कि डॉ संजीव कुमार ने एक ट्वीट करते हुए कुछ विधायकों की फोटो के साथ लिखा – तुम से पहले वो जो शख्स यहां तख्त-नशीं था-उस को भी अपने खुदा होने पे इतना ही यकीं था. इसे नाराज विधायकों की ओर से महागठबंधन सरकार को दिया गया संदेश माना जा रहा है.
पटना. नवगठित कैबिनेट में राज्य के 38 जिलों में से 19 जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है. पश्चिम चंपारण, भोजपुर, अरवल, औरंगाबाद, बक्सर, बेगूसराय, जहानाबाद, नवादा, सहरसा, सीतामढ़ी, शिवहर, खगड़िया, भागलपुर, औरंगाबाद, किशनगंज, कटिहार, लखीसराय, मुंगेर, सीवान जैसे जिलों से कोई भी मंत्री नहीं बना है.नयी कैबिनेट में सबसे अधिक समस्तीपुर, मधुबनी व गया के तीन-तीन, जबकि दरभंगा, पूर्णिया, कैमूर, सारण, पटना, गोपालगंज व रोहतास दो-दो विधायकों को जगह मिली है. इसक अलावा जमुई, बांका, वैशाली, सुपौल, शेखपुरा, पूर्वी चंपारण व अररिया के एक-एक मंत्री बनाये गये हैं. सीएम समेत दो मंत्री नालंदा से बने हैं.
पटना. राज्य की महागठबंधन सरकार में कांग्रेस के दो मंत्रियों को स्थान मिलने से पार्टी में कहीं खुशी, ताे कहीं गम है. पार्टी नेताओं का मानना है कि मुरारी प्रसाद गौतम और मो आफाक आलम को कैबिनेट में स्थान मिलने से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर के खेमे में खुशी है. मुरारी प्रसाद गौतम को मीरा कुमार का खास माना जाता है, तो मो आफाक को तारिक अनवर का करीबी.
इधर नयी कैबिनेट के गठन से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजीत कुमार शर्मा और शकील अहमद खान के खेमों में मायूसी है. नीतीश कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के शामिल होने की खबर को लेकर स्वतंत्रता दिवस समारोह से ही सदाकत आश्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गयी थी. शकील अहमद खान खेमे के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सदाकत आश्रम में प्रभारी को अपशब्दों से संबोधित किया. उनकी मांग थी कि कांग्रेस को नयी कैबिनेट में कांग्रेस के पांच विधायकों को मंत्री बनाया जाये.