Four Lane Bridge in Bihar:विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनेगा फोरलेन पुल, जानिए कब से शुरु होगा निर्माण काम
Fourlane bridge इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन मोड में पुल का निर्माण कार्य होगा. पुल का निर्माण कार्य 1460 दिनों ( 4 साल) में पूरा करना है. पुल निर्माण के लिए एजेंसी को काम निविदा राशि से 3.75 फीसद अधिक रेट पर मिला है.
बिहार में विक्रमशिला सेतु के समानांतर एक और नए पुल का निर्माण होगा. इसकी सारी तैयारी कर ली गई है. सूत्रों का कहना है कि बरसात खत्म होते ही इसका निर्माण कार्य शुरु कर दिया जायेगा.पुल निर्माण करने की जिम्मेवारी एसपी सिंगला कंपनी को दी गई है.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से निविदा (टेंडर) की वित्तीय बीड शुक्रवार को खोली गई. सूत्रों का कहना है कि विक्रमशिला सेतु के समनांतर बनने वाले फोरलेन पुल का काम एसपी सिंगला को दिया गया है. उन्हें कुछ दिनों के अंदर वर्क अवार्ड दे दिया जायेगा. भागलपुर से कहलगांव से सुल्तानगंज का पूरा क्षेत्र डॉल्फिन अभ्यारण क्षेत् होने के कारण निर्माण कार्य से पहले वन विभाग से एनओसी लेने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
बताते चलें कि इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन मोड में पुल का निर्माण कार्य होगा. पुल का निर्माण कार्य 1460 दिनों ( 4 साल) में पूरा करना है. पुल निर्माण के लिए एजेंसी को काम निविदा राशि से 3.75 फीसद अधिक रेट पर मिला है. पुल निर्माण में निविदा राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ अधिक यानी कुल 994.31 करोड़ की लागत आएगी. वहीं, वर्ष 2020 की निविदा राशि 838 करोड़ से 156.31 करोड़ ज्यादा बढ़कर 994.31 करोड़ रुपए हो गई है.
आइडब्ल्यूएआइ द्वारा कम से कम 100 मीटर स्पेन के फासले की शर्त पर फोरलेन पुल के लिए चयनित एजेंसी भी अतिरिक्त राशि की मांग करने लगी थी. मंत्रालय से यह कहा गया था कि उसे अगर 100 मीटर स्पेन पर डिजाइन कर पुल बनाना होगा तो 400 करोड़ रुपये अधिक चाहिए. स्पेनों का फासला 100 मीटर की शर्त और 400 करोड़ अतिरक्ति राशि की मांग को लेकर मंत्रालय की ओर से पांच बार बैठक के बाद भी सहमति नहीं बनने पर टेंडर रद्द कर री-टेंडर किया गया था.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के बिहार सर्किल के क्षेत्रीय अधिकारियों का कहना है कि विक्रमशिला सेतु के समांतर ने पुल निर्माण हेतु वित्तीय बीड ओपन किया गया है. बरसात के खत्म होने पर काम शुरू किया जायेगा. एलाइनमेंट में कोई चेंज नहीं किया गया है. इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंट्रक्शन मोड में पुल का निर्माण होगा. -प्रदीप कुमार लाल, क्षेत्रीय पदाधिकारी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, बिहार सर्किल