पटना. विदेशी महिला बनकर अलग-अलग राज्यों के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के तीन शातिरों को यूपी की आजमगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. शातिरों ने एक युवक से पहले दोस्ती की और फिर महंगे उपहार का लालच देकर लाखों रुपये की ठगी की है. गिरफ्तार शातिरों में नालंदा के कतरीसराय के सुंदरपुर निवासी रिपेश कुमार उर्फ बिट्टू, नालंदा का दिलीप कुमार, शेखपुरा के शेखुपुर सराय के पांची निवासी रौशन कुमार उर्फ कारू शामिल हैं. ठगों के खाते में 11 लाख रुपये फ्रिज किये गये हैं. उनके पास से पांच मोबाइल भी बरामद हुए हैं.
पटना से होता था गिरोह का संचालन
तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पटना के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी की, लेकिन तब तक अन्य सभी अपराधी फरार हो गये. मिली जानकारी के अनुसार गिरोह पूरे मामले का संचालन पटना में रहकर करता है. पूछताछ के बाद आजमगढ़ की पुलिस ने कदमकुआं थाना क्षेत्र के लोहानीपुर और बाइपास में छापेमारी की.
लूसी चार्लोट बन 25 हजार यूके डॉलर का दिया था लालच
मिली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ के सिधारी निवासी राजेश कुमार ने अक्तूबर, 2022 में साइबर क्राइम थाने में शिकायत की कि फेसबुक के जरिये उसकी विदेशी महिला लूसी चार्लोट से दोस्ती हुई थी. उसने 25 हजार यूके डालर व महंगे गिफ्ट देने का लालच देकर धीरे-धीरे उससे 18 लाख रुपये ठग लिये. पीड़ित के आवेदन पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की. जांच में पता चला कि बिहार के नवादा व नालंदा जिले के अंतरराज्यीय साइबर गैंग के पांच आरोपितों के नाम प्रकाश में आये.
इसी गिरोह का एक पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
मिली जानकारी के अनुसार एक आरोपित नवादा निवासी सौरभ कुमार पूर्व में गिरफ्तार किया गया था. एक आरोपित रिपांशु कुमार फरार हो गया. 16 अप्रैल को वांछित तीन आरोपित रिपेश कुमार उर्फ बिट्टू, दिलीप कुमार और रौशन कुमार उर्फ कारू को गिरफ्तार कर लिया गया.