मधुबन (पूर्वी चंपारण). फर्जी ढंग से मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट बनाकर उत्तर बिहार के करीब छह जिलों की महिलाओं के तीन हजार समूहों से 135 करोड़ रुपये ठग लिये गये. ट्रस्ट ने तीन हजार समूह बनाकर उनसे करीब 60 हजार महिलाओं को जोड़ा था. प्रत्येक समूह से 4.5 लाख रुपये लिये गये.
ट्रस्ट का प्रबंधक बंजरिया का निर्भय कुमार यादव था. मुख्य कार्यालय चकिया के रानीगंज में बनाया गया था. ट्रस्ट को चेन्नई की एक चैरिटेबल ट्रस्ट की इकाई बताकर तीन वर्षों से महिलाओं को समूह के माध्यम से जोड़कर रुपये की उगाही की जा रही थी.
मामला उजागर उस समय हुआ, जब महिलाएं भुगतान के लिए मंगलवार की रात निर्भय कुमार यादव के घर पहुंचीं. महिलाओं के पहुंचते ही अफरा-तफरी मच गयी. ठगी की शिकार महिलाएं बुधवार की सुबह निर्भय के दरवाजे पर बैठ कर घर खोलने का प्रयास करने लगी. घर भीतर से बंद था.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को रोका. इस दौरान आक्रोशित महिलाओं ने दरवाजे पर लगे चापाकल, मोटर आदि में तोड़फोड़ की. इसके बाद आधा दर्जन थाने की पुलिस पहुंची. पुलिस के आने पर महिलाएं निर्भय के घर के पास से हट गयीं और मधुबन मलंग चौक पर टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया.
सूचना पर एएसपी ओमप्रकाश सिंह, पकड़ीदयाल डीएसपी सुनील कुमार सिंह, एसडीओ कुमार रवींद्र, प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्षा विनीता सिन्हा, एसएसबी के सहायक कमांडेंट, एसआइ राजेश कुमार, बीडीओ कुमारी सविता सिन्हा, सीओ चंद्रकांत सिंह पहुंचे और जाम हटवाया. पुलिस ने महिलाओं से लिखित आवेदन लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस ने निर्भय कुमार यादव के घर से ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज बरामद किये हैं. निर्भय पुलिस की पकड़ से बाहर है. मामले में मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण,पश्चिमी चंपारण, वैशाली आदि जिलों की महिला समूहों से ट्रस्ट के नाम करीब 135 करोड़ रुपये वसूली की बात सामने आयी है.
निर्भय के परिवार के सदस्यों का बैंक स्टेटमेंट निकाला जा रहा है. फिलहाल बैंक खातों के संचालन रोकने लगाने लिए स्थानीय बैंकों को आदेश दिया गया है. डीएसपी ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.
Posted by Ashish Jha