Bihar News: जेल के अंदर हुई दोस्ती, बाहर आकर हुई मजबूत, फिर बाकरगंज के एसएस ज्वेलर्स में की डकैती

बाकरगंज के एसएस ज्वेलर्स में हुई डकैती सभी दोस्त निकले है. इन सभी की आपस में दोस्ती जेल के अंदर हुई थी और जमानत पर बाहर निकलने के बाद भी लगातार बात होती रही. यहां तक की एक-दूसरे के पास आने-जाने का सिलसिला भी शुरू हो गया था

By Prabhat Khabar News Desk | January 26, 2022 11:14 AM

पटना. बाकरगंज के एसएस ज्वेलर्स में हुई डकैती के मामले में पकड़े गये अपराधियों की आपस में दोस्ती जेल के अंदर हुई थी. इस बात की जानकारी पुलिस की जांच में निकली है. अब इस मामले में आकाश ओझा उर्फ सन्नी, राजू केवट, राजेश राम उर्फ साधु, सोनू व नितेश को पुलिस ने जेल भेज दिया है. इन सभी को फिलहाल फुलवारीशरीफ जेल में कोरेंटिन रखा गया है. 14 दिनों के बाद ही इन्हें वार्ड या दूसरे जेल में शिफ्ट किया जायेगा. इसमें साधु को पुलिस ने पहले ही जेल भेज दिया था.

जेल के अंदर एक-दूसरे से हुई थी दोस्ती

खास बात यह है कि इन सभी की आपस में दोस्ती जेल के अंदर हुई थी और जमानत पर बाहर निकलने के बाद भी लगातार बात होती रही. यहां तक की एक-दूसरे के पास आने-जाने का सिलसिला भी शुरू हो गया था. आकाश ओझा संपतचक के श्रीपतपुर का रहने वाला है. वह बाइक चोरी में शामिल रहता था और इस मामले में जेल भी गया था, जहां इसकी मुलाकात राजू केवट से हुई थी. इसी प्रकार, आकाश की दोस्ती सोनू से भी जेल में ही हुई थी. रामकृष्णानगर थाने के खेमनीचक इलाके में स्थित एक दुकान में सोनू व आकाश ने चोरी करने का प्रयास किया था.

पुलिस पर फायरिंग करने के बाद दोनों फरार हो गये

लेकिन पुलिस टीम पहुंच गयी थी और फिर पुलिस पर फायरिंग करने के बाद दोनों फरार हो गये थे. पुलिस ने मौके से दो लूटी गयी बाइकों को भी बरामद किया था. इस मामले में उन लोगों के खिलाफ में 24 दिसंबर 2021 को रामकृष्णानगर थाने में केस भी दर्ज किया गया था. इसी प्रकार, राजू केवट व राजेश राम उर्फ साधु की दोस्ती जहानाबाद जेल में हुई थी. जबकि राजेश राम की दोस्ती राजलक्ष्मी ज्वेलर्स के मालिक रंजीत प्रसाद के बेटे नितेश से थी. राजेश व नितेश साथ में ही स्मैक व गांजा पीते थे.

ऐयाशी के लिए पैसों की जरूरत थी

इस तरह सभी एक-दूसरे से जेल के अंदर ही मिले और बाहर आने के बाद दोस्ती मजबूत हो गयी. इसके बाद सभी बाइक चोरी व अन्य छोटे-मोटे आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद मिले रुपयों से झारखंड व पश्चिम बंगाल भी जाने लगे. नितेश भी उन लोगों का साथी हो गया था और उसे भी लक्जरी वाहनों, शराब व शबाब का शौक हो गया था. नितेश के साथ ही राजेश को भी ऐयाशी के लिए पैसों की जरूरत थी.

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21 जनवरी को हुई थी लूट

इस दौरान राजेश को नितेश ने ही एसएस ज्वेलर्स के संबंध में जानकारी दी और फिर लूटने का प्लान बन गया. इसमें राजेश राम ने राजू केवट को साथ लिया और राजू ने आकाश को और आकाश ने सोनू को शामिल कर लिया. इस तरह पूरी टीम बन गयी और फिर 21 जनवरी को दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे दिया गया.

आकाश बाइक चोरी में और सोनू चारपहिया वाहन चुराने में है माहिर

आकाश बाइक चोरी में माहिर है और यह कम उम्र से ही बाइकें चुराने लगा था. जबकि सोनू चारपहिया वाहन चोरी करने में तेज है. सोनू ने ही फॉरच्यूनर गाड़ी को कोतवाली इलाके से गायब कर दिया था. जबकि आकाश के खिलाफ चोरी के 17 मामले दर्ज हैं. अपराधी चोरी की फॉरच्यूनर गाड़ी से पटना के साथ ही झारखंड व पश्चिम बंगाल तक घूम रहे थे. लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं मिली. बाकरगंज में करोड़ों की लूट होने के बाद पुलिस की टीम लगी, तो ही उक्त चोरी की गाड़ी बरामद की गयी.

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