मधुबनी में मिड डे मील में खिचड़ी के साथ मिला मेंढक, ग्रामीणों ने जमकर किया हंगामा, डीपीओ करेंगे जांच

मधुबनी नगर निगम के वार्ड नंबर 16 में उत्क्रमित प्लस टू हाई स्कूल शेख टोली में शनिवार को मध्यान भोजन में खिचड़ी के साथ मरा हुआ मेंढक मिला. जिसके बाद मौके पर अफरा तफरी मैच गई. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने भी जमकर हंगामा किया. इस घटना में कोई भी बच्चा बीमार नहीं हुआ.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2023 9:19 PM
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बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्यान भोजन में कीड़े-मकौड़े, छिपकली आदि मिलने की बात अब सामान्य हो गई है. अक्सर मिड डे मील में स्वच्छता का ध्यान नहीं रखने की वजह से कई बच्चे भी बीमार हो जाते हैं. एक बार फिर से प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में कुछ ऐसी ही लापारवाही देखी गई है. इस बार मधुबनी जिले के एक स्कूल के मध्यान भोजन में मेंढक मिला है. इस बात की जानकारी मिलते ही मौके पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने खूब हंगामा मचाया.

खिचड़ी के साथ चोखे की जगह मिला मेंढक

दरअसल, मधुबनी नगर निगम के वार्ड नंबर 16 में उत्क्रमित प्लस टू हाई स्कूल शेख टोली में शनिवार को मध्यान भोजन में मेंढक मिलने के बाद विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल बन गया. बताया जा रहा है कि हर दिन की भांति विद्यालय में खाना परोसा गया. छात्रों ने खाना खाना शुरु कर दिया. इसी बीच एक छात्र की थाली में खिचड़ी के साथ मरा हुआ मेंढक भी मिला. जिसके बाद छात्रों के बीच में अफरा- तफरी मच गई. कुछ छात्रों ने तो मध्याह्न भोजन खा भी लिया था. मध्यान भोजन में मेंढक मिलने की खबर सुनते ही विद्यालय परिसर में सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई.

मध्यान भोजन में मेंढक की फोटो खींच सोशल मीडिया पर की वायरल

मामले में ग्रामीणों का कहना है कि मिड डे मील के तय मेनू के हिसाब से शनिवार को बच्चों के लिए खिचड़ी बनी थी. बच्चों को खाने के लिए खिचड़ी परोसी जाने लगी उसी दौरान एक बच्चे की थाली में खिचड़ी के साथ मेंढक भी पाया गया. जिसे देखते ही बच्चों के बीच अफरा तफरी मच गई और उन्होंने शोर करना शुरू कर दिया. इसी बीच ग्रामीणों को इस बात की जानकारी हुई तो वो मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया और मध्यान भोजन की मेंढक के साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी.

नहीं बीमार हुआ कोई बच्चा

मिड डे मिल के भोजन में मेंढक होने की जानकारी मिलने से पहले कुछ बच्चों ने तो खाना खा भी लिया था. हालांकि, इस दौरान राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई भी बच्चा बीमार नहीं हुआ. मौके पर मौजूद ग्रामीणों का कहना था कि सरकार द्वारा स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी. लेकिन आये दिन मध्यान भोजन को लेकर कहीं न कहीं से आ रही शिकायतों की वजह से सरकार का ये प्रयास असफल होता दिख रहा.

डीपीओ को मामले की जांच के आदेश

मिड डे मिल के भोजन में मेंढक मिलने की सूचना शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी दी गयी. सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग राजनगर प्रखंड के कई अधिकारी मौके पर विद्यालय पहुंचे. इस बात की सूचना शक्ति फाउंडेशन को भी दी गई. बताते चलें कि इस विद्यालय में शक्ति फाउंडेशन के द्वारा मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. सूचना के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मध्यान भोजन के डीपीओ को इस मामले की जांच के आदेश दिये.

क्या कहते हैं अधिकारी

मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी जावेद आलम ने बताया है कि मामला गंभीर है. इसकी जांच होगी. दोषी पर निश्चय ही कार्रवाई की जायेगी. इधर, डीपीओ मध्याह्न शुभम कसौधन ने कहा है कि मामले के दोषी को चिन्हित करने के लिए सभी पक्ष को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. दोषी चिह्नित होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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भोजपुर के स्कूल के मध्यान भोजन में मिला था कीड़ा

इधर, बीते दिन पांच जुलाई को भोजपूर जिले के बिहिया प्रखंड की कमरियांव पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कमरियांव में छात्रों के लिए लाये गये मध्याह्न भोजन में कीड़ा मिलने के बाद स्कूल के छात्रों ने खाना खाने से इंकार करते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया था. मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुरेंद्र यादव व पंचायत समिति सदस्य सह जदयू के प्रखंड अध्यक्ष लाल बहादुर महतो ने खाने की जांच की थी. जांच के बाद दोनों ने मध्याह्न भोजन को खाने लायक नहीं बताते हुए कहा कि संबंधित एनजीओ द्वारा लाया गया भोजन निहायत ही घटिया स्तर का है, जिसके खाने से बच्चे बीमार हो सकते हैं. वहीं प्रभारी प्रधानाध्यापक ने मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजते हुए मध्याह्न भोजन आपूर्तिकर्ता पर कार्रवाई करने की मांग की थी.

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