बिहार में पहली अप्रैल से केवल ऑनलाइन आवेदन पर ही बनेगा दिव्यांगों का यूडीआइडी कार्ड, टॉल फ्री नंबर जारी
राज्य के दिव्यांगजनों का विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआइडी कार्ड) का निर्माण पहली अप्रैल के बाद से ऑनलाइन सत्यापित दिव्यांगता प्रमाणपत्र के बाद ही मान्य होगा.
पटना. राज्य के दिव्यांगजनों का विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआइडी कार्ड) का निर्माण पहली अप्रैल के बाद से ऑनलाइन सत्यापित दिव्यांगता प्रमाणपत्र के बाद ही मान्य होगा. ऑफलाइन आवेदन के आधार पर यूडीआइडी कार्ड का निर्माण नहीं किया जायेगा.
इसके लिए दिव्यांगजनों को निर्धारित स्थल पर आवेदन करके अपने आवश्यक दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड कराना होगा. यूडीआइडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया आरंभ करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिलों को भेज दिया गया है.
यूडीआइडी कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजन सभी सरकारी योजनाओं का लाभ कहीं भी प्राप्त कर सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि एक अप्रैल के बाद केवल ऑनलाइन सत्यापित दिव्यांगता प्रमाणपत्र ही मान्य होगा.
उन्होंने बताया कि यूडीआइडी कार्ड बनवाने के लिए स्थल निर्धारित कर दिया गया है. दिव्यांगजनों को प्रत्येक सोमवार और बृहस्पतिवार को 10 बजे से दो बजे तक राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सभी सिविल सर्जन कार्यालयों और सभी बुनियादी केंद्रों पर आवेदन स्वीकृत किया जायेगा.
यूडीआइजी कार्ड बनवाने के लिए पंचायत स्तर पर उपलब्ध सुविधा केंद्र (सीएससी), जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण कोषांग, अनुमंडल स्तर पर बुनियादी केंद्र और सिविल सर्जन कार्यालय में आवश्यक दस्तावेज देकर अपलोड कराया जाना है.
टॉल फ्री नंबर 104 जारी
सरकार द्वारा इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने के लिए टॉल फ्री नंबर 104 भी जारी किया गया है. यूडीआइडी कार्ड लाभार्थी को डाक पते पर ही उपलब्ध कराया जायेगा. सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को कई प्रकार की योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जाता है.
इसमें उनको अनुदान की राशि दी जाती है. साथ ही छात्रवृत्ति की सुविधा, स्वरोजगार के लिए कर्ज की सुविधा, कृत्रिम अंग व उपकरण, विशेष विद्यालय की सुविधा जिसमें नेत्रहीन विद्यालय, मूक -बधिर विद्यालय, बहुदिव्यांगता विद्यालय, तिपहिया साइकिल, श्रवण यंत्र, वैशाली, नेत्रहीनों को श्वेत छड़ी और पेंशन योजना का लाभ शामिल है. दिव्यांगजनों के यूआइडी कार्ड बन जाने से इन सभी सुविधाओं का लाभ सिर्फ एक ही कार्ड से मिलने लगेगा.
Posted by Ashish Jha