पटना. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर राज्य में क्रिकेट का संचालन कर रहे हैं. प्रभात खबर में न्यूज छपने के बाद एक दिन पहले हितों के टकराव मामले में महिला अंडर-19 टीम की मैनेजर के पद से इंदु कुमारी और सहायक मैनेजर के पद से योशिता पटवर्धन को हटाया गया था. लेकिन, बालक अंडर-19 टीम में वहीं गलती दोहरायी गयी है.
लीगल कमेटी के चेयरमैन जगन्नाथ सिंह की सलाह के बावजूद अररिया के सचिव ओमप्रकाश जायसवाल को बालक अंडर-19 टीम का मैनेजर और एक क्रिकेट एकेडमी चलाने वाले कोच सौरभ सिंह उर्फ रोबिन को फिजियो नियुक्त कर दिया गया है.
इस संबंध में बीसीए पदाधिकारियों को सूचित किया गया, तो उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. महिला टीम में हितों के टकराव का मामला आने के बाद भी बीसीए के अधिकारी अपनी लीगल कमेटी से कानूनी सलाह नहीं ले रहे हैं.
कमेटी के चेयरमैन जगन्नाथ सिंह ने बताया कि हितों के टकराव मामले में स्पष्ट निर्देश है कि राज्य क्रिकेट संघ में किसी भी पद पर बैठा व्यक्ति बिना पद छोड़े दूसरे पद पर नहीं नियुक्त नहीं हो सकता है.
वहीं, क्रिकेट एकेडमी में कोच या संचालक के रूप में शामिल व्यक्ति भी हितों के टकराव के अंतर्गत आता है. लोढ़ा कमेटी की सिफारिश से लागू यह नियम व्यापक है. इसे संघ के अधिकारियों को समझने की जरूरत है.
हितों के टकराव मामले में महिला टीम की मैनेजर इंदु कुमारी और सहायक मैनेजर योशिता पटवर्धन को हटा कर स्वाति कुमारी को जिम्मेदारी सौंप दी गयी. टीम में बदलाव करने के दौरान बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कहा था कि पहले से जिला संघों के सचिव को टीम मैनेजर के रूप में भेजने की परंपरा चली आ रही थी, लेकिन अब इसमें बदलाव होगा.
एक दिन बाद ही अररिया के सचिव को बालक टीम का मैनेजर और एकेडमी चलाने वाले कोच को फिजियो बना दिया गया. पिछले वर्ष भी ओमप्रकाश को टीम का मैनेजर बनाया गया था. मालूम हो कि हटायी गयी इंदु कुमारी सारण जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष संजय कुमार की पत्नी और योशिता पटवर्धन बीसीए के जीएम धर्मवीर पटवर्धन की बेटी हैं.
Posted by Ashish Jha