Loading election data...

Flood: गंडक नदी में ऊफान, गोपालगंज में कभी भी टूट सकता है स्लूइस गेट, बचाने में जुटे अभियंता

Flood in Gandak River: गोपालगंज में गंडक नदी ऊफान पर है. स्लूइस गेट कभी भी टूट सकता है. गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी छरकी को बचाने के लिए लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं. इलाके के लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दे दिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2022 2:51 PM

गोपालगंज के गंडक नदी में तेजी से पानी बढ़ रहा है. पानी के दबाव से सिकटिया छरकी का स्लूइस गेट कभी भी टूट सकता है. फिलहाल बरौली प्रखंड के सिकटिया का स्लूइस गेट का 50 फिसदी हिस्सा नदी के दबाव से टूट चुका है. स्लूइस गेट को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम फ्लड फाइटिंग का युद्ध स्तर से काम करा रही है, लेकिन जिस तरह से पानी का दबाव है, उससे स्लूइस गेट को बचा पाना मुश्किल दिख रहा है.

डीएम-एसपी लगातार कर रहे कैंप

गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी छरकी को बचाने के लिए लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं. अधिकारियों की टीम तैनात कर दी गयी है और इलाके के लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दे दिया गया है. डीएम और एसपी आनंद कुमार मौके पर कैंप कर रहे हैं. यदि सिकटिया छरकी का स्लूइस गेट टूटा तो इन इलाकों के सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, हसनपुर, सदौवा, रामपुर, सरेया पहाड़, पिपरा, डुमरिया, टेकनिवास पंचायत में बाढ़ से तबाही मच सकती है. दूसरी तरफ सिकटिया छरकी टूटा तो सारण बांध पर दबाव बढ़ेगा.

Also Read: मुजफ्फरपुर में फिर गैंगवार, आपसी वर्चस्व में मारा गया शातिर राजा ठाकुर, इलाके में फैलाया था दहशत
अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप

ऐसे में इन इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को जिला प्रशासन ने सतर्क और ऐहतियात तौर पर सावधानी बरतने की अपील की है. वहीं स्थानीय प्रतिनिधियों ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग को पहले से जब पता था तो तैयारी क्यों नहीं की गयी. वहीं, सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार, एसडीपीओ संजीव कुमार समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी इस वक्त स्लूइस गेट के पास पहुंच चुके हैं और कैंप किए हैं. सदर एसडीएम ने कहा कि स्लूइस गेट को बचाने के लिए प्रशासन के अधिकारी लगे हुए हैं. जल संसाधन विभाग के अभियंता और ग्रामीणों को छरकी बचाने के लिए लगाया गया है.

Next Article

Exit mobile version