पटना. गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन की मरम्मत अगले साल मार्च तक पूरी हो जायेगी. इससे पटना से हाजीपुर आने-जाने वालों को सुविधा होगी. अब तक पूर्वी लेन में पियर कैप का लगभग 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को दी.
वे महात्मा गांधी सेतु के पुराने पुल की मरम्मत और नये पुल का निर्माण शुरू होने से संबंधित कार्यों का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से बोल रहे थे. मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को पैकेज दिया था, जिसमें से लगभग 15 हजार करोड़ रुपये केवल पटना से हाजीपुर के बीच बेहतर सड़क संपर्क पर खर्च हो रहे हैं.
नितिन नवीन ने कहा कि महात्मा गांधी सेतु फोरलेन पुल का निर्माण 1982 में हुआ था. इस पुल का रखरखाव किया जा रहा था, लेकिन रखरखाव पर काफी खर्च हो रहा था. तब पुल के सुपर स्ट्रक्चर में बदलाव का निर्णय लिया गया.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार को दिये गये पैकेज के अंतर्गत महात्मा गांधी सेतु के बगल में गंगा नदी पर सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय द्वारा नये फोरलेन पुल का निर्माण हो रहा है. इस पुल को लगभग 2926 करोड़ की लागत से 2024 के अंत तक बनने की संभावना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये के पैकेज में 1300 करोड़ रुपये की लागत से गांधी सेतु के अपस्ट्रीम लेन और डाउन स्ट्रीम लेन में सुपर स्ट्रक्चर निर्माण का काम शुरू किया गया था. इसमें से पश्चिमी लेन तैयार हो चुका है. उस पर आवागमन शुरू हो चुका है.
मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा निर्धारित बिहार के किसी भी स्थान से अधिकतम पांच घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य के लिया उनका विभाग प्रयत्नशील है. महात्मा गांधी सेतु के अपस्ट्रीम लेन की मरम्मत कर 31 जुलाई 2020 को यातायात के लिए खोल दिया गया.
डाउनस्ट्रीम लेन पुल की मरम्मत नवंबर 2020 में शुरू हुई है. इस दौरान मंत्री नितिन नवीन के साथ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्य अभियंता नीरज सक्सेना, गंगाब्रिज के कार्यपालक अभियंता और पथ निर्माण विभाग के एनएच उपभाग के सहायक अभियंता अमरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे.
Posted by Ashish Jha