गणेश चतुर्थी, तीज और चौठचंद्र व्रत सोमवार को, त्योहारी मौसम आने के साथ ही बाजार में बढ़ी चहल-पहल
गणेश चतुर्थी व्रत व चौठचंद्र दोनों सोमवार को ही मनाया जायेगा. उसी दिन तीज भी है. सुहागिन महिला तीज व्रत पर पति के लंबी व दीर्घायु जीवन की कामना करती है. महिलाएं 24 घंटे का निर्जला व्रत रखेगी.
सुलतानगंज/दरभंगा. पति के दीर्घायु के लिए तीज व संतान के दीर्घायु व मंगल कामना के लिए चौठचंद्र व्रत एक ही दिन सोमवार को है. पूजन सामग्री की खरीदारी शुरू हो गयी है. पंडित शालीग्राम झा ने बताया कि गणेश चतुर्थी व्रत को चौठचंद्र भी कहते हैं. दोनों सोमवार को ही मनाया जायेगा. सुहागिन महिला तीज व्रत पर पति के लंबी व दीर्घायु जीवन की कामना करती है. महिलाएं 24 घंटे का निर्जला व्रत रखेगी. पारण मंगलवार को होगा. प्राचीन समय से ही इस व्रत को करने की परंपरा रही है. त्रेता काल में भी सुहागिन महिलाओं द्वारा व्रत को किये जाने की है. जिसको लेकर महिलाएं खासकर नवविवाहिता इस पर्व को पूरे श्रद्धा भाव से करती हैं. सुख, समृद्धि व पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं व्रत को कर भगवान शिव व मां पार्वती से आशीर्वाद मांगती है.
गणेश चतुर्थी में खाली हाथ नहीं करें चंद्र दर्शन
गणेश चतुर्थी व्रत को चौठचंद्र भी कहते हैं. जो सोमवार को मनाया जायेगा. महिलाएं प्रात: से संध्या तक बिना पानी के व्रत करती है और विघ्न-विनाशक भगवान गणेश की आराधना कर संतान के दीर्घ जीवन की कामना करती हैं. संध्या में चंद्र दर्शन कर अर्घ्य देकर प्रसाद ग्रहण करती हैं. पंडित शालीग्राम झा ने कहा कि जो महिलाएं निर्जला उपवास कर विधि-विधान के साथ व्रत रखती है. उसके संतान की असमय मृत्यु नहीं होती है. चंद्रमा व गणेश में विशेष संबंध है. इस कारण व्रत में चंद्र दर्शन की विशेष महत्ता होती है. रात में विभिन्न प्रकार के फल व पकवान से केला पत्ता पर भोग लगाया जाता है, जिसे (अघौर) कहते हैं. शालीग्राम झा ने बताया कि चौठचंद्र में खाली हाथ चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए. व्रत के बाद किसी भोग लगाये वस्तु को लेकर ही चंद्र दर्शन करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है.
बाजार में खरीदारी की विशेष चहल-पहल
व्रत को लेकर बाजार में पूजा के सामान की खरीदारी जम कर हो रही है. डलिया, फल, मिष्ठान सहित शृंगार प्रसाधन व स्वर्णाभूषण की दुकानों में महिलाओं की भीड़ काफी देखी जा रही है. तीज की तैयारी में महिलाएं बाजार में पूजन सामग्री, कपड़े आदि की जमकर खरीदारी करने में लगी हैं. बांस से बने छोटे-छोटे डलिया, शिव पार्वती की मिट्टी की मूर्ति आदि की बिक्री हो रही है. महिलाओं के सुहाग का प्रतीक हरितालिका तीज को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. व्रत के लिए सुहागिन महिलाएं अभी से नये वस्त्र, आभूषण, पूजा सामग्री आदि की खरीदारी करने में लग गयी हैं. तीज की खरीदारी के लिए बाजारों में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं. बाजार में ऑफर की भरमार है. लहेरियासराय गुदरी बाजार, चट्टी चौक, दरभंगा टावर, कटकी बाजार, दोनार, कादिराबाद, आजम नगर, शिवधारा बाजार आदि चौक-चौराहों के अलावा बाजार मे तीज पूजा की सामग्री की बिक्री में तेजी आ गयी है. दान के लिए दी जाने वाली डलिया की दर्जनों दुकानें खुल गयी है.
साड़ी दुकान पर उमड़ रही महिलाओं की भीड़
धार्मिक व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार तीज व्रत में महिलाएं नये परिधान में पूजा-अर्चना व उपवास कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है. महिलाएं आज भी अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार इस परंपरा का निर्वहन कर रही है. बाजार में करीब 40 किस्म की साड़ियां बिक रही हैं. इनमें डोला, अरगंजा, सिल्क की साड़िया महिलाओं की पहली पसंद बनी हुई है. वहीं कुछ महिलाएं इन साड़ियों के अलावा बांदनी, कढ़रई सिल्क, फैंसी, कॉटन, शिफॉन व डिजाइनर साड़ियों की भी खरीदारी कर रही है. कपड़ा कारोबारी की माने तो पिछले वर्ष की तुलना में इस बार साड़ियों के दाम में करीब 15 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. इसके बाद भी साड़ियों की दुकानों पर खरीदारी के लिए महिलाओं की पूरे दिन आवाजाही जारी है.
सर्राफा दुकान में मिल रही छूट
तीज को देखते हुए शहर के सर्राफा दुकानों में भी ऑफर दिये जा रहे हैं. दुकानों में महिलाओं के लिए हल्के आभूषण की बड़ी रेंज है. इस मौके पर सोने के आभूषणों व हीरे के आभूषण के मूल्यों पर सर्राफा दुकानदार अलग-अलग छूट दे रहे हैं.
चूड़ी मार्केट में सबसे अधिक भीड़
तीज को देखते हुए चूड़ी बाजार में भी महिलाओं की भीड़ काफी बढ़ गई है. कपड़े, आभूषण, पूजा सामग्री के साथ महिलाएं चूड़ियां भी खरीद रही हैं. बाकरगंज, पंडासराय लहेरी टोला, आजमनगर, कादिराबाद, चट्टी चौक, कटहलबाड़ी, शिवधारा चौक, दोनार स्थित चूड़ी मार्केट में सुबह से लेकर देर शाम तक महिलाओं की काफी भीड़ देखी जा रही है. विशेष रुप से चूड़ी मार्केट में लाल चूड़ियों की काफी मांग है.
डलिया खरीद रही सुहागिनें
बाजार में पूजा के लिए डलिया की खरीदारी में तेजी आ गयी है. इसकी कीमत 15 से 40 रुपये के बीच है. वही बांस की कोनिया की कीमत 80 से एक सौ रुपये के बीच है. इसके अलावा सामान्य दिनों की भांति कुछ दिनों से फल बाजारों में है रौनक दिख रही है. फल नहीं खरीदने वाले भी पर्व को लेकर फल के बाजार में फल खरीदते दिख रहे हैं. सेव, केला, नारंगी आदि की अधिक खरीदारी हो रही है.