पटना में चोरी कर चालीस हजार का फोन बेचते थे 4000 में, 7 शातिर गिरफ्तार, 5 लाख रुपये का मोबाइल भी बरामद
पटना जंक्शन जीआरपी, राजेंद्रनगर जीआरपी और राजेंद्रनगर आरपीएफ की टीम ने पटना जंक्शन व राजेंद्रनगर टर्मिनल के पास सहित विभिन्न हाेटलाें व प्लेटफॉर्म पर छापेमारी कर रेल यात्रियों का मोबाइल चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
पटना. रेल यात्रियों का मोबाइल चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ रेल पुलिस ने किया है. जीआरपी और आरपीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक नाबालिग भी शामिल है और उसी नाबालिग के पकड़े जाने के बाद गिरोह के बाकी सदस्यों तक रेल पुलिस पहुंची और चोरी के 35 मोबाइल बरामद किये गये. शनिवार को रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने इस मामले के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि
तीन से चार हजार में 35 से 40 हजार का फोन
पटना जंक्शन जीआरपी, राजेंद्रनगर जीआरपी और राजेंद्रनगर आरपीएफ की टीम ने पटना जंक्शन व राजेंद्रनगर टर्मिनल के पास सहित विभिन्न हाेटलाें व प्लेटफॉर्म पर छापेमारी की और इन्हें गिरफ्तार किया गया. ये सभी मैट्रिक से इंटर तक की पढ़ाई कर चुके हैं. रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि 30 से 35 हजार के माेबाइल काे ये लाेग चाेरी कर तीन से चार हजार में बेच देते हैं. गिरफ्तार माेबाइल चाेराें का उनके स्थानीय थाना से सत्यापन कराया जायेगा. इनके ठिकाने से पांच लाख के 35 ब्रांडेड माेबाइल बरामद किये गये हैं. साथ ही पांच पिट्ठू बैग, एक ट्राॅली बैग व तीन घड़ियां बरामद की गयी हैं.
रिलिज ऑर्डर के बाद पीड़ितों को मिलेगा मोबाइल
गिरफ्तार हाेने वालाें में पटना सिटी के मालसलामी के रहने वाला गिराेह का सरगना राैशन कुमार, एक नाबालिग, भागलपुर का नीतीश कुमार, सारण का विक्की कुमार, मुजफ्फरपुर का बालेंद्र राम, बांका का विजय कुमार साह और बेतिया का अमिनेष कुमार है. रेल एसपी ने कहा कि पीड़ितों द्वारा एफआइआर की काॅपी देने के बाद माेबाइल धारकाें काे काेर्ट से रिलिज ऑर्डर लाना हाेगा. रिलीज ऑर्डर मिलने के बाद रेल पुलिस आइकार्ड, आधा कार्ड या अन्य पहचान पत्र सत्यापित कर लाैटा देगी.
150 से अधिक माेबाइल की चाेरी कर चुका है गिरोह
चाेराें का यह गिराेह यात्री बनकर प्लेटफार्म पर रहता है. टिकट लेकर ट्रेन पर सवार हाे जाता है. महिला व बुजुर्ग की सीट पर बैठता है. उनसे बातचीत करता है फिर माैका देखते ही माेबाइल लेकर खिसकने के बाद माेबाइल काे बंद करने के बाद इसे पिट्ठू बैग में रख लेता है. पिछले कई माह से यह गिराेह एक्टिव है. 150 से अधिक माेबाइल की चाेरी की जा चुकी है.
पुलिस की गिरफ्त में आते ही नाबालिग ने उगला सभी का नाम
मिली जानकारी के अनुसार बनायी गयी टीम लगातार विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर छापेमारी कर रही थी. इसी दौरान राजेंद्रनगर टर्मिनल प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर चेकिंग के दाैरान रेल पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में घूम रहे एक नाबालिग काे पकड़ा. पूछताछ की गयी और भरोसे में लेकर थाने पर लाया गया. इसके बाद नाबालिग ने एक-एक कर सभी के नाम उगल दिये. उसके पास से ब्रांडेड कंपनी के दो कीमती माेबाइल बरामद किये गये. फिर पुलिस ने पटना जंक्शन और राजेंद्रनगर टर्मिनल के पास स्थित हाेटल के कमराें में छापेमारी कर 35 माेबाइल बरामद कर लिये.
सरगना राैशन चोरी की मोबाइल का करता था डील
राैशन के पास से रेल पुलिस ने एक पिट्ठू बैग बरामद किया है. यह बैग 8 जून काे 123364 विभूति एक्सप्रेस से जसीडीह से प्रयागराज जा रही महिला यात्री प्रीति कुमारी का है. उनके बैग में एसबीआइ का चेकबुक और पासबुक था. उन्हें इस बाबत सूचना दी गयी है. रेल पुलिस के अनुसार, राैशन अपने गिराेह से माेबाइल बेचवाता है. स्टेशन के आसपास गिराेह खड़ा करता है. इसके सदस्य टिकट के पैसे न होने का बहाना कर तीन से चार हजार के बीच माेबाइल बेच देते हैं.